अलीगढ चंडौस l सरकारी कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों को सुलभता से जनता की समस्याओं का समाधान करने और अपने कार्य को पूर्ण निष्ठा से कराने के लिए सरकार खूब प्रयासरत है। लेकिन कुछ कर्मचारी अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। दिन में ही कार्यालय में शराब आदि के सेवन कर रहे हैं l चंडौस कस्बे के पोस्ट ऑफिस सरकारी कार्यालय का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
जिसमें एक सरकारी कर्मचारी हैड पोस्ट मास्टर हरिकेश सिंह कार्यालय में ही बेफिक्र होकर कथित तौर पर शराब का सेवन करता नजर आ रहा है। यह वायरल वीडियो चंडौस सरकारी डाकघर का बताया जा रहा है। इससे पूर्व भी चंडौस डाकघर में ड्यूटी टाइम पर बेपरवाही से सोते एक कर्मचारी का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।विभाग के अधिकारीयों की मिलीभगत के चलते प्रत्येक मामले में इन वेपरवाह कर्मचारियों को हर बार क्लीन चिट मिल जाती है। वीडियो में साफ दिखायी दे रहा है कि सरकारी कार्यालय में किस तरह बिना किसी डर के एक कर्मचारी कांच के गिलास में शराब जैसे दिखने वाले पेय का सेवन कर रहा है। जिसका किसी व्यक्ति ने वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद लोग लंबे समय से क्षेत्रीय लोगों के साथ की जा रही अभद्रता लापरवाही और कर्मचारियों की मनमानी को लेकर तरह तरह की चर्चा कर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अब देखना यह है कि क्या हर मामले में मिल रही क्लीन चिट के बाद सरकारी कार्यालय में बेफिक्र जाम झलकाने वाले पोस्ट मास्टर पर कार्रवाई की जाएगी। फिर से क्लीन चिट देकर प्रोत्साहित किया जाएगा। वही हैड पोस्ट मास्टर हरिकेश ने बताया कि पिछले दिनों वीपीएम भुवनेश कुमार ने उनके साथ अभद्रता की थी जिसके बाद दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ था जिसके लिय उसको निलंबित भी किया गया है l उसने ही फ़साने के मकसद से ये वीडियो बनाया है वह शराब नहीं बल्कि अपनी किडनी की समस्या की दवा का सेवन कर रहे थे l
*आधार कार्ड बनाने में करते है मनमानी*
चंडौस पोस्ट ऑफिस में तैनात कर्मचारी आधार कार्ड बनाने व उसमे परिवर्तन और आधार से मोबाइल नम्बर लिंक करने के लिए मनमानी वसूली करते है l सूत्रों के अनुसार आधार कार्ड बनबाने या परिवर्तन के लिए मनमानी घूस ना देने पर उनको महीनों आगे की तारीख दे दी जाती है l घूस मिलने पर ही लोगों का आधार सम्बंधित कार्य किया जाता है l सूत्रों के अनुसार जल्द आधार बनबाने व परिवर्तन करने के लिए कर्मचारियों के द्वारा हजारों रूपये की घूस ली जाती है l वही लोगों के शिकायत करने के बाद भी विभाग के अधिकारी द्वारा घूसखोरों कर्मचारीयों पर कोई कार्यवाही ना करना भी सवालिया निशान लगाता है l