बदायूँ : 13 जून। आईजीआरएस प्रकरणों के निस्तारण में कोताही बर्दाश्त नहीं-जिलाधिकारी

डीएम ने दिए अनुपस्थित अधिकारियों से स्पष्टीकरण लेने व एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश

आईजीआरएस प्रकरणों डिफॉल्टर होने पर संबंधित अधिकारी से होगा स्पष्टीकरण तलब

प्रकरणों का समय से निस्तारण ना होने पर संबंधित विभागाध्यक्ष होंगे जिम्मेदार-जिलाधिकारी

जिलाधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि आईजीआरएस प्रकरणों के निस्तारण में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रकरणों का समय से निस्तारण ना होने पर संबंधित विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय होगी। प्रकरणों के डिफॉल्टर होने पर सम्बंधित अधिकारी का स्पष्टीकरण तलब किया जाएगा। जनपद बदायूं प्रकरणों के निस्तारण में प्रदेश में प्रथम आए, इस हेतु सभी विभागीय अधिकारी सकारात्मक सोच व मनोयोग के साथ कार्य करें। उन्होंने अनुपस्थित अधिकारियों से स्पष्टीकरण लेने व एक दिन का वेतन रोकने के निर्देश दिए।

कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में समेकित शिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) से संबंधित प्रकरणों के निस्तारण की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि आमजन की शिकायतों का निस्तारण मा0 मुख्यमंत्री जी की प्राथमिकताओं में है। इसलिए निस्तारण में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अधिकारी स्वयं प्रकरणों को देखें व प्राथमिकता पर उसका निस्तारण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि कोई भी प्रकरण डिफॉल्टर श्रेणी में ना आए।

उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रशासनिक सेवा जन सेवा है और आइजीआरएस पोर्टल आमजन की शिकायतों को जानने व उसके निस्तारण का एक अच्छा प्लेटफार्म है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रकरणों का समय से निस्तारण ना होने पर संबंधित विभागाध्यक्ष की जिम्मेदारी तय होगी, इसलिए सभी अधिकारी प्रतिदिन आइजीआरएस पोर्टल पर प्रकरणों को देखें व उसका समय से निस्तारण कराना सुनिश्चित करें साथ ही आईजीआरएस से संबंधित नए शासनादेश का भली प्रकार अध्ययन भी करें।

जिलाधिकारी ने कहा कि आईजीआरएस प्रकरणों के निस्तारण में शिकायतकर्ता की संतुष्टि आवश्यक है, शिकायतकर्ता से स्वयं वार्ता भी अवश्य करें। उन्होंने कहा कि आज आईजीआरएस प्रकरणों की समीक्षा शासन स्तर से भी की जाती है और वहां से फीडबैक भी लिया जाता है।

अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राकेश कुमार पटेल ने कहा कि अधिकारी प्रकरणों को रोज देखें, समय से निस्तारित कराएं तथा डिफाल्टर होने से पहले ही प्रकरणों का निस्तारण सुनिश्चित कराएं और कंट्रोल रूम से कॉल का इंतजार ना करें। स्वयं पूरी गंभीरता से प्रकरणों को देखें और उसका निस्तारण कराएं।

इस अवसर पर जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ0 प्रवेश कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 निरंकार सिंह, तहसीलदार सदर करणवीर सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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