बदायूँ : 24 अगस्त। जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं को परखने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मनोज कुमार ने बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जगत का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने पीएनसी वार्ड, कोल्डचैन, डिस्पेंसरी, लैब आदि में पहुंचकर मरीजों एवं तीमारदारों से चिकित्सीय व अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी ली। अस्पताल में आए मरीजों से इलाज के संबंध में पूछा। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में साफ-सफाई ठीक न मिलने पर डीएम ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की।

जनपद की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए जिलाधिकारी के निर्देश पर अभियान चलाकर समस्त उप जिला अधिकारियों द्वारा जनपद के सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का निरीक्षण किया गया। जिलाधिकारी ने पीएनसी वार्ड में भर्ती मरीजों को दवाएं एवं खान-पान समय से मिलने के संबंध में जाना और निर्देश दिए कि मरीजों को समय से दवाएं भोजन आदि सुविधाएं उपलब्ध रहें। उन्होंने कोल्ड चैन कक्ष में फ्रिज का तापमान, कुत्ता काटने आदि इंजेक्शन उपलब्धता की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि सभी आवश्यक इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहें। उन्होंने जाना कि एचआरपी में कैसे फॉलोअप किया जा रहा हैं और क्या स्थिति है, ग्राम खरखोली निवासी महिला के परिवार के सदस्य से फोन पर दवाओं, जांच एवं परामर्श आदि के संबंध में पूछा और निर्देश दिए कि एएनएम एवं आशाओं द्वारा समय से देखरेख होती रहे।

चिकित्सालय में डस्टबिन बहुत गंदा और दीवारों एवं खिड़कियों पर गंदगी और जाला होने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कड़े निर्देश दिए कि अस्पताल को साफ सुथरा एवं स्वच्छ रखा जाए। विद्युत बॉक्स खुले मिले उन्हें ठीक कराने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि चिकित्सालयों में समस्त प्रकार की आवश्यक दवाओं की उपलब्धता पर्याप्त रहे। चिकित्सक समय से मरीजों को देखें और उनका बेहतर इलाज करें। सभी अपने दायित्वों का निर्वाहन समय से करें।

उप जिलाधिकारी सदर सुखलाल प्रसाद वर्मा ने डॉ0 पलवीन कौर के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कादरचौक का औचक निरीक्षण किया। यहां एमओआईसी, सफाई कर्मचारी व कम्प्यूटर ऑपरेटर अनुपस्थित मिले। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का यहां कैंप संचालित था जिसमें महिलाओं की जांच की जा रही थी एवं उनको फल भी वितरित किए जा रहे थे। यहां छत से पानी टपक रहा था एवं पूरे स्वास्थ्य केंद्र व परिसर में गंदगी मिली। उन्होंने पाया कि सफाई कर्मचारी भी दो दिन से नहीं आया है। मेडिसिन स्टॉक रजिस्टर नहीं मिला। आपातकालीन सेवा कक्ष में ऑक्सीजन उपकरण, बेड शीट गंदी, खराब विद्युत उपकरण एवं कुछ एक्सपायरी डेट की दवाएं भी मिली।

उन्होंने पाया कि एमओआईसी का स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ पर नियंत्रण ठीक नहीं है, जिस कारण यहां व्यवस्थाएं खराब है। उन्होंने निर्देश दिए कि तत्काल प्रभाव से सभी व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जाए एवं मरीजों का अच्छा इलाज किया जाए। स्वास्थ्य सेवाओं में किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं की जाएगी।

उपजिलाधिकारी दातागंज धर्मेन्द्र कुमार सिंह द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दातागंज का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए चिकित्सकों को निर्देश दिए कि किसी मरीज को कोई दिक्कत न हो। प्रधानमन्त्री मातृत्व सुरक्षा योजना के पटल का निरीक्षण किया गया जिसमें गर्भवती महिलाओं को आवश्यक दवायें दी जा रही थीं तथा अल्ट्रासाउण्ड हेतु पंजीकरण किया जा रहा था। मुख्य फार्मासिस्ट द्वारा बताया गया कि भण्डार में सभी प्रकार की दवायें पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। दवा वितरण केन्द्र का निरीक्षण किया गया तथा लोगों से पूछताछ की गयी, जिसमें अधिकांश लोगों के द्वारा बताया गया कि उन्हें सरकारी अस्पताल से ही दवाइयां मिल जाती हैं बाहर से नहीं लेना पड़ता है। संचारी केन्द्र का निरीक्षण करने पर पाया गया कि अगस्त माह में कुल 07 मलेरिया के रोगी पाये गये हैं तथा जनवरी से लेकर अब तक कुल 18 मरीज पाये गये हैं। चिकित्सा अधीक्षक द्वारा बताया गया कि संचारी रोग का क्षेत्र में नियंत्रण है। अस्पताल में सफाई व्यवस्था अच्छी नहीं पायी गयी तथा चिकित्सा अधीक्षक द्वारा बताया गया कि अस्पताल परिसर में जलभराव रहता है। चिकित्सा अधीक्षक को सफाई व्यवस्था दुरूस्त कराने हेतु कहा गया तथा दवा वितरण व जांच की सुविधा और बेहतर करने हेतु निर्देशित किया गया।

उप जिलाधिकारी बिल्सी जीत सिंह राय ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिल्सी का निरीक्षण किया। यहां परिसर में घास कूड़ा करकट, मेडिकल वेस्टेज आदि बिखरा पड़ा मिला। भवन की छत पर घास मिली एवं खिड़कियों से वर्षा का पानी अंदर आ रहा था। ओपीडी में पूर्ण रूप से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहे हैं। विकासखंड अंबियापुर आकांक्षात्मक है जहां ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर तैनात नहीं है। उन्होंने समस्त व्यवस्थाओं को अतिशीघ्र व्यवस्थित करने के निर्देश दिए है।

उपजिलाधिकारी बिसौली कल्पना जायसवाल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, आसफपुर का निरीक्षण किया। निरीक्षण के समय तक ओ0पी0डी0 में कुल 42 मरीजों को देखा जा चुका था। पैथोलॉजी में निरीक्षण के समय तक कुल 07 मरीजों के रक्त का नमूना लिया जा चुका था। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सामान्य दवाऐं उपलब्ध पायी गयीं। इमरजेन्सी कक्ष में आवश्यक दवाऐं/उपकरण उपलब्ध पाये गये। प्रसव कक्ष में एक प्रसूता अपने स्वस्थ नवजात शिशु के साथ मौजूद पायी गयी, जिनसे जानकारी करने पर बताया गया कि उन्हें समय से दवा दी जा रही है। स्वास्थ्य केन्द्र पर निरीक्षण के दिनांक तक माह अगस्त, 2023 में कुल 471 आयुष्मान कार्ड बनाये गये हैं। डा0 पंकज शर्मा द्वारा संचारी रोग नियन्त्रण हेतु मलेरिया किट ग्रामीण स्तर पर बांटा जाना बताया गया। प्रधानमंत्री मातृत्व सुरक्षा योजना के अन्तर्गत गर्भवती महिलाओं को दवाऐं दी जा रही हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आसफपुर निरीक्षण के समय उपस्थित चिकित्सा अधीक्षक डा0 पंकज शर्मा को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/परिसर में नियमित रूप से सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया।

उपजिलाधिकारी सहसवान प्रेमपाल सिंह ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सहसवान का औचक निरीक्षण किया। यहां औषधि वितरण कक्ष, इमरजेन्सी वार्ड, कुष्ठ रोग जाँच आदि का निरीक्षण किया। लाइन में लगे रोगियों से चिकित्सकीय व्यवस्थाओं के सम्बंध में पूछा तो मरीजों ने बताया कि उन्हें इलाज के सम्बन्ध में कोई असुविधा नहीं है आसानी से जाँच हो रही है। निरीक्षण के समय एटीएम हेल्थ मशीन मौके पर चालू पाई गई। जिसमें जांचे की जा रही थीं। उन्होंने एक्स-रे कक्ष व प्रयोगशाला का निरीक्षण भी किया। निरीक्षण के समय एक्स-रे कक्ष में लगी मशीन सही पाई गयी। उन्होंने लैब में गंदगी को तत्काल साफ कराने के निर्देश दिए। उन्होंने रोगी पंजीकरण कक्ष में पंजिका का निरीक्षण करने के उपरान्त पाया गया कि निरीक्षण के समय तक कुल 210 रोगियों का पंजीकरण कर पर्चा दिया जा चुका था। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सहसवान में मरीजो की संख्या अत्यधिक व गर्मी व उमस से मरीज व तीमारदार परेशान एवं बैठने की व्यवस्था नहीं थी। सफाई व्यवस्था में भी और सुधार करने की आवश्यकता है।

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