लखीमपुर: जिले के कोने में शायद ही कोई ऐसा गांव हो जहां कोरोना ने दस्तक नहीं दे रखी है। पंचायत चुनाव के बाद अब कोरोना तेजी से गांवों में अपने पांव पसार रहा है। ये बात खुद जिले के एक विधायक ने सीएम को भेजे गए पत्र में साफ तौर पर लिख दी है। कोरोना वायरस से जिले में न सिर्फ मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है, बल्कि भारी संख्या में नए मरीज भी सामने आ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में जिले के एकमात्र कोविड-19 अस्पताल जगसड में सात मरीजों की मौत हो गई, वहीं दूसरी ओर जिले भर में 616 नए मरीज सामने आए हैं।
डीएम ने बताया कि लखनऊ लैब से कुल 1163 रिपोर्ट मिली है। जिसमें 553 पॉजिटिव व 610 निगेटिव है। अन्य लैब व एंटीजन से 63 पॉजिटिव मिले हैं। सबसे ज्यादा ब्लॉक लखीमपुर में 285 मरीज पाए गए हैं।इसके साथ ही नकहा में 52, फूलबेहड़ में 11, ईसानगर में 53, धौरहरा में चार, निघासन में छह, बांकेगंज में 14, पसगवा में 28, मितौली में 15, कुम्भी में 19, पलिया में 103, बिजुआ में 18, बेहजम में पांच और मोहम्मदी में तीन मरीजों की पहचान हुई है। नए मरीजों के मिलने से जिले में एक्टिव केस 3663 हो गए हैं। जबकि 162 लोगों की मौत हो चुकी है। गांवों में बढ़ा कोरोना, शनिवार को अब तक सर्वाधिक 110 मरीज मिले जैसा कि पहले से ही आंशका जताई जा रही थी कि मतगणना के बाद कोरोना का संक्रमण गांवों में तेजी से बढ़ेगा। यह आशंका सही साबित हो रही है। शनिवार को आई जांच रिपोर्ट में पलिया में अबतक सर्वाधिक 110 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। इनमें अधिकतर गांवों के हैं। कोरोना गांवों में तेजी से पांव पसार रहा है। गांव की अधिकतर आबादी इस समय खांसी जुकाम व गले की खरास से पीड़ित है। यहां के लोग अभी कोरोना जांच कराने में संकोच कर रहे हैं लेकिन, काफी लोग संक्रमित हैं। इसका एक मुख्य कारण तो यही है कि बाहर काम करने वाले कामगार सीधे अपने घर गांवों में पहुंच गए पर उनकी कोई जांच नहीं की गई। इससे गांवों में संक्रमण तेजी से बढ़ा है और बढ़ भी रहा है। शनिवार को आईं जांच रिपोर्ट में कुछ हद तक इसकी पुष्टि भी हो गई। पलिया तहसील क्षेत्र की रिपोर्ट में 110 कोरोना पॉजीटिव मरीज मिले हैं। यह अब तक की सर्वाधिक संख्या है। आज तक कभी किसी दिन 110 मरीज नहीं मिले थे। हालांकि इनमें अधिकतर लोग ग्रामीण इलाके के हैं। उसके बाद सबसे अधिक संख्या एसएसबी जवानों की है।