सिद्धार्थ गौतम शिक्षण एवं संस्कृति समिति धनसारी द्वारा संचालित संस्था में लोक व्यंजन पकवाड़ा पर कार्यक्रम लोक व्यंजन आयोजित किया गया जिसमें छात्राओं ने पाक कला का अभूतपूर्व प्रदर्शन करके लोक व्यंजन की याद ताजा कर दी।
भारत में विविधता में एकता पाई जाती है लोक व्यंजनों में भी विविधता देखने को मिलती है। भारत के उत्तरी क्षेत्र में चपाती दाल और सब्जी प्रमुख व्यंजन होता है, दक्षिण पश्चिम भारत में भेलपुरी प्रमुख फास्ट फूड में आता है। दक्षिण भारत में इडली डोसा नूडल्स प्रमुख होते हैं । पूर्वी भारत में चावल मछली दाल चावल कढ़ी चावल प्रमुख रहते हैं। राज्यों के हिसाब से भी भारत में व्यंजन लोग प्रयोग करते हैं। जैसे पंजाब में छोले चावल, छोले भटूरे ,कढ़ी चावल, बिहार में दाल चावल मछली , बंगाल , उड़ीसा, असम , सिक्किम में मछली चावल प्रमुख भोजन है
कॉलेज में छात्राओं के द्वारा पाक कला का अभूतपूर्व प्रदर्शन किया गया जिसमें कुमारी प्रीति भैंस के दूध की खीर बनाई, कुमारी कंचन सूजी का हलवा कुमारी कनिष्क छोले चावल कुमारी गुंजन सैंडविच, तरन्नुम सूजी का हलवा, प्रीति छोले की चाट, कुमारी महक संगीता ज्योति सलोनी शिवानी पूनम इत्यादि ने भाग लिया और अपने पाक कला में बेहतरीन प्रदर्शन किया। उपस्थित प्रमुख अतिथि सत्य प्रकाश प्रधानाचार्य श्री मेघ सिंह और शिक्षक बंधुओं में बोबी कुमार गौतम, मक्खन सिंह, अमानत अली, राजवीर सिंह, डॉ दिनेश कुमार,हरी मोहन,कु हेमलता,कु इरहा,फराना,
अमरीन, इत्यादि का छात्राओं ने लोक व्यंजन बनाकर मन मोह लिया।
कॉलेज में छात्राओं के द्वारा भारत के विभिन्न क्षेत्रों में बनने वाले व्यंजन बनाकर दिखाएं और उनके प्रदर्शन से शिक्षक, प्राचार्य और प्रधानाचार्य अत्यंत प्रभावित हुए।
लोक व्यंजन पकवाड़ा के अवसर पर प्राचार्य और प्रधानाचार्य ने समस्त छात्राओं का भाग लेने के लिए आभार प्रकट किया और कहा की छात्राओं ने भारत के विभिन्न क्षेत्रों में पाये जाने वाले व्यंजन बनाकर दिखाए । लोक व्यंजन भारत की एकता और अखंडता को प्रदर्शित करते हैं।