बिनावर: विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते विद्युत की जारी आंख मिचौली से बदायूं जिले के कस्बा बिनावर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक के लोग परेशान नजर आ रहे हैं। गर्मी के बेतहाशा पड़ने की वजह से लोगों की निगाहें राहत के लिए सिर्फ बिजली की ओर निहारने में टकटकी लगाए हुए है। बिजली की जारी आंख मिचौली के खेल से उनमें फैल रही नाराजगी विद्युत विभाग को कोसने में जा रही है। बीती रात जमकर बिजली का गुलगपाड़ा हुआ। इस दौरान लोगों की रात जागते हुए कटी।
विद्युत न रहने की वजह से गर्मी से परेशान लोग नगरीय क्षेत्र के निवासियों की शिकायत है कि उन्हें रोस्टर के अनुरूप समय से बिजली की आपूर्ति ही नहीं हो रही है। इसकी वजह से उन्हें मानसिक, शारिरीक से लेकर आर्थिक तक की परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं ग्रामीण क्षेत्र के निवासियों की शिकायत है कि बिजली कटौती से जहां खेती चौपट हो रही है वहीं रहने, सोने खाने में भी गर्मी की वजह से आफत मची है।
ज्ञात हो कि पखवारे भर से अधिक समय से हो रही विद्युत कटौती ने बिनावर क्षेत्र के गांव रफियाबाद, शकूरपुर, ब्यौर, बिलहैत, अचिन्दपुर, मरुआ, सेमर मई, नबादा, कान्हा नगला, कादराबाद, मुल्लांपुर, तिसंगा, मौसमपुर, बमियाना, कुन्डरा, कोहनी, फतेहपुर, नौसाना, बगुलीनगर, सिकरोडी, रैपुरा सहित दर्जनों गांव के ग्रामीणों का जीना मुहाल कर रखा है। वे दिन में काम और गर्मी की वजह से परेशान हो जा रहे हैं तो रात में बिजली न रहने पर आंखों की नींद छिन जा रही है। ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाले रात में आ रही विद्युत कटौती की वजह से लोगों के लिए काफी फजीहत हो रही है। उनकी पूरी रात विद्युत कटौती की वजह से जागते हुए बीत रही है। पखवारे भर से उन्हें चैन की नींद नसीब नहीं हो सकी है। बिजली कटौती का आलम यह है कि ग्रामीण से लेकर नगरीय क्षेत्र के लोग रोस्टर ही भूल चुके है। कुछ घंटों के लिए कई हिस्सों में आ रही बिजली के साथ लो-वोल्टेज की भी समस्या जुड़ी है। इससे उसका किसी प्रकार से उपयोग नहीं हो रहा है। ग्रामीणों द्वारा बताया जा रहा है कि जब भी विद्युत उपकेंद्र बिनावर के जेई सतीश चंद्र से बिजली न आने का कारण पूछा तब तब तरह-तरह की बातें बनाकर टालमटोल कर दिया जाता है की फीडर ओवरलोड है या फिर बारिश का कारण बताकर पल्ला झाड़ दिया जाता है।