बदायूँ : 14 अगस्त। विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस से एकता, सामाजिक सद्भभाव और मानवीय संवेदनाएं होंगी मजबूत
विभाजन की त्रासदी के दौरान प्राणोंत्सर्ग करने वाले लोगों की याद में सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित शहीद स्थल पर 2 मिनट की मोन श्रद्धांजलि दी गई।
जिलाधिकारी मनोज कुमार ने बताया कि राष्ट्र के विभाजन के कारण अपनी जान गंवाने वाले और अपनी जड़ों से विस्थापित होने वाले सभी लोगों को उचित श्रद्धांजलि देने व उनके बलिदान को याद करने के लिए सरकार ने हर साल 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि इस तरह के दिवस की घोषणा से देशवासियों की वर्तमान और आने वाली पीढ़ियों को विभाजन के दौरान लोगों द्वारा झेले गए दर्द और पीड़ा की याद आएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी।
उन्होंने कहा कि उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के तौर पर मनाने का निर्णय सरकार द्वारा लिया गया है। उन्होंने कहा कि यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भभाव और मानवीय संवेदनाएं भी मजबूत होंगी।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व तथा अपर जिलाधिकारी प्रशासन सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारीगण मौजूद रहे।