कासगंज : जैविक खेती विषय पर उत्तर प्रदेश कृषि विविधीकरण परियोजना के तत्वाधान में प्रदेश स्तरीय वेबिनार का आयोजन दिनांक 26 अक्टूबर 2021 को अपर मुख्य सचिव कृषि उत्तर प्रदेश शासन की अध्यक्षता में पूर्वाहन 10:30 बजे से अपराहन 1:00 बजे तक किया गया जिसमें एन.आई.सी. कासगंज से जिला परियोजना समन्वयक डॉक्टर संजीव कुमार शुक्ला ,कार्यदायी संस्था श्री राम सॉल्वेंट प्राइवेट लिमिटेड के जिला प्रभारी , श्री राजीव दीक्षित एल आर पी गौरव, आदित्य, कपिल तथा प्रगतिशील कृषक कुंवरपाल ने प्रतिभाग किया। जिला परियोजना समन्वयक द्वारा जनपद कासगंज में यूपी डास्प के अंतर्गत नमामि गंगे परियोजना में कराई जा रही जैविक खेती की जानकारी उपलब्ध कराई गई, जिसमें बताया गया कि जनपद के तीन विकास खंडों सोरों, सहावर एवं गंजडुंडवारा के 41 गांव में गंगा जी के पांच से सात किलोमीटर की परिधि में जैविक खेती कराई जा रही है। जिनमें 85 समूहों के अंतर्गत ढाई हजार से अधिक कृषक सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं, जिनको अनुदानित सहायता डीबीटी के माध्यम से सीधे खातों में उपलब्ध कराई जाती है। जनपद कासगंज में खरीफ के सीजन में बाजरा ,मक्का ,धान ,सब्जी एवं शकरकंद आदि फसलें उगाई गई, तथा रबी के सीजन में गेहूं , सरसों, गन्ना एवं सब्जी का उत्पादन किया गया । समूह से जुड़े सभी कृषकों को पीजीएस इंडिया द्वारा प्रथम वर्ष का प्रमाण पत्र प्राप्त हो चुका है जोकि रीजनल काउंसिल सिमफैड के अनुमोदन पर दिया जाता है। वेबीनार में प्रस्तुतीकरण देते हुए नमामि गंगे समूह के कृषक कंवरपाल द्वारा अपर मुख्य सचिव महोदय को अवगत कराया गया कि मेरे द्वारा जैविक विधि से गेहूं मक्का एवं काला गेहूं का उत्पादन किया गया था जिसमें जैविक गेहूं 2250 रुपए प्रति कुंतल , काला गेहूं ₹6000 प्रति क्विंटल एवं मक्का रुपए प्रति कुंतल की बिक्री यूपी डास्प नमामि गंगे लोगो के अंतर्गत की गई। मुझे जैविक विधि से खेती करने में सामान्य से कम लागत आई एवं उत्पादित उपज का मूल्य बाजार भाव से अधिक प्राप्त हुआ ।मेरे द्वारा की जा रही जैविक खेती का निरीक्षण मुख्य विकास अधिकारी कासगंज श्री तेज प्रताप मिश्र, श्री मुकेश गौतम तकनीकी समन्वयक यूपी डास्प लखनऊ एवं भारत सरकार के संयुक्त सचिव कृषि महोदय द्वारा किया जा चुका है।