बदायूँ । उत्तर प्रदेश विधान परिषद की विधायी समाधिकार समिति की बैठक विकास भवन सभागार में सभापति राजपाल कश्यप की अध्यक्षता में आयोजित की गई। लोक निर्माण विभाग, सिंचाई एवं बाढ़ विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, पंचायतीराज विभाग, नियोजन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, विद्युत विभाग, राजस्व विभाग सहित आदि विभागों के संबंधित विभागीय अधिकारियों के द्वारा अपने-अपने विभाग की कार्रवाई से अध्यक्ष को अवगत कराया गया। सभापति ने अन्य सदस्यों के द्वारा मुख्य विकास अधिकारी जिला स्तरीय विभागीय अधिकारियों से विभिन्न बिंदुओं के संबंध में विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में समिति द्वारा प्रेषित एजेन्डा बिन्दुओं के अनुसार सभी संबंधित विभागीय अधिकारी यथा- लो0नि0वि0, नियोजन विभाग, सिंचाई विभाग, ग्राम्य विकास विभाग, पंचायतीराज विभाग एवं विद्युत विभाग आदि विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे। सभापति ने एजेन्डा बिन्दु के अनुसार संबंधित विभागीय अधिकारियों से वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 के दौरान कितने प्रस्ताव जनप्रतिनिधियों से प्राप्त हुए तथा उनके सापेक्ष कितने प्रस्ताव स्वीकृत हुए के संबंध में विस्तार से जानकारी की गई। सभापति द्वारा सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जनप्रतिनिधियों से प्रस्ताव प्राप्त करते समय सदस्य विधान परिषद से भी अनिवार्य रूप से उनके प्रस्ताव प्राप्त किये जाए। सभापति ने निर्देश दिए कि जनप्रतिनिधियों से प्राप्त पत्रों का गंभीरता पूर्वक संज्ञान लेकर उनका नियमानुसार निस्तारण कराते हुए जनप्रतिनिधियों को अवगत भी कराया जाना सुनिश्चित किया जाए।
उत्तर प्रदेश विधान परिषद की विधायी समाधिकार समिति के सभापति राजपाल कश्यप ने कहा कि कार्यपालिका एवं विधायिका आपस में बेहतर सामंजस्य स्थापित कर अधिक से अधिक जनहित के कार्य करें। उन्होने कहा कि जनहित की योजनाओं में किसी भी स्तर से भेदभाव न किया जाए। उन्होने निर्देश दिए कि सभी अधिकारी अपने मोबाइल में जनप्रतिनिधियों का नम्बर सेव करें और जनप्रतिनिधियों का फोन उठाएं। यदि किसी कारण से फोन न उठा पाएं तो समय मिलते ही कॉल बैक करें। उन्होंने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं एवं पदों की गरिमा बनाए रखने का सभी का दायित्व है। किसी भी स्थिति में संवैधानिक संस्थाओं की गरिमा को गिरने नहीं दिया जाए। उन्होंने कहा कि जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए अच्छे से अच्छे कार्य किए जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि अधिकारी अपने नैतिक दायित्वों का भली प्रकार से निर्वहन करें।
उन्होंने कहा कि एम्बुलेंस सेवा 102, 108, सचल पशु चिकित्सा सेवा एवं पुलिस नम्बर 112 का संचालन निरंतर भली प्रकार से किया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि स्वास्थ्य विभाग यह सुनिश्चित करें कि प्राइवेट अस्पतालों के द्वारा मरीजों का शोषण न किया जाए। ईलाज के नाम पर गरीब मरीजों से अनावश्यक पैसा न वसूला जाए। उन्होन सीएमओ को निर्दश दिए कि अस्पतालों में खाली पडी मशीनों एवं उपकरणों को चलाने के लिए आउटसोर्स पर चिकित्सको की भर्ती करें। राजपाल कश्यप ने कहा कि किसान देश की रीढ की हड्डी है। किसानों ने ही आपदा के समय में देश व प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती दी है। किसानों के हित में अधिक से अधिक कार्य किए जाएं। किसानों की अनदेखी करने वालों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। किसानों को बेहतर से बेहतर सुविधा देकर देश व प्रदेश को विकास के पथ पर आगे बढाया जाए। कृषि विभाग किसानों के हित में चलायी जा रही योजनाओं का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कर किसानों को लाभ दिलाना सुनिश्चित करें।
मुख्य विकास अधिकारी ऋषिराज ने सभी अधिकारी को निर्देश दिए कि समिति द्वारा दिये गये दिशा-निर्देशों का अक्षरक्षः पालन सुनिश्चित किया जाए। अधिकारी अपने मोबाइल में जनपद के सभी सांसद, विधायकगण, सदस्य विधान परिषद के फोन नम्बर अवश्य फीड रखें तथा समय-समय पर सम्पर्क करते हुए उनके बहुमूल्य प्रस्ताव प्राप्त किए जाएं और उन पर नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होने जनप्रतिनिधियों के माध्यम से प्राप्त पत्रों पर त्वरित कार्रवाई कराने के लिए जिला विकास अधिकारी को जनपद का नोडल अधिकारी नामित किया है।
इस अवसर पर सदस्य विधान परिषद लाल बिहारी यादव, समिति अधिकारी राकेश कुमार पाण्डेय, समिति के समीक्षा अधिकरी मयंक यादव, समिति के प्रतिवेदक आशीष कुमार सिंह, अपर निजी सचिव अजय कुमार एवं एसपी सिटी प्रवीण सिंह चौहान सहित अन्य संबंधित जिला स्तरीय विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
तत्पश्चात जिलाधिकारी दीपा रंजन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 ओ0पी सिंह ने सभापति को पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस से गार्ड ऑफ ऑनर के बाद रवना किया।