बदायूँ : जेल में अब एक बार फिर कैदियों से उनके परिजन मुलाकात कर सकेंगे,जेल में निरुद्ध बंदियों की उनके परिजनों से मुलाकात पर लगाई गई रोक को खत्म कर दिया गया है।एक लंबे वक्त से यूपी के कैदी अपने परिजनों से नहीं मिल पा रहे थे. मगर अब उत्तर प्रदेश की जेलों में अब एक बार फिर कैदियों से उनके परिजन मुलाकात कर सकेंगे. प्रदेश में निरुद्ध बंदियों की उनके परिजनों से मुलाकात पर लगाई गई रोक को खत्म कर दिया गया है. दरअसल कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए 1 जनवरी 2022 से जेलों में कैदियों के परिजनों से उनकी मुलाकात पर रोक लगा दी गई थी. जिसे अब शासन ने खत्म कर दिया है, लेकिन मुलाकात के लिए अब भी कुछ शर्ते लागू हैं। शासन ने जेल में एक बार फिर मुलाकात की बंदिश हटा दी है। हालांकि जेल के भीतर संक्रमण न फैलने पाए इसलिए कुछ शर्तें निर्धारित की गई हैं। जेल में मौजूदा वक्त में तकरीबन बारह सौ कैदी और बंदी निरुद्ध हैं। हालांकि जेल की क्षमता पाँच सौ उन्तीस कैदी बंदियों को रखने की है। किसी तरह व्यवस्थाएं चल रही थीं। इसी बीच कोरोना की दूसरी लहर के चलते जेल में मुलाकात पर पाबंदी लगा दी गई। ऐसे में कैदी और बंदी जेल के भीतर ही रखे गए।नए कैदी और बंदी क्वारंटाइन के बाद ही जेल के भीतर लाए जाते हैं। इससे पहले उन्हें जहां अस्थाई जेल में रखा जाता है, वहीं उनकी आरटीपीसीआर जांच भी कराई जाती है। ताकि किसी भी स्तर पर कोई संक्रमित जेल के भीतर न पहुंचने पाए। हालांकि इतनी सावधानी के बाद भी जेल में पिछले दिनों तमाम बंदियों के अलावा स्टाफ संक्रमित निकला था। गनीमत रही कि गाइडलाइन का पालन करते हुए समय रहते सभी ठीक हो गए।जेलर आदित्य कुमार ने बताया, बंदी से उनके अपने सप्ताह में एक बार मिल सकेंगे। हालांकि एक ही व्यक्ति मुलाकात कर सकेगा। जबकि कैदियों के लिए यह व्यवस्था 15 दिन में एक व्यक्ति से मुलाकात की रहेगी। मुलाकातियों को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद भीतर आने दिया जाएगा। सैनिटाइजेशन भी होगा। जबकि उन्हें मास्क लगाना जरूरी होगा। इसके अलावा मुलाकाती की डबल डोज वैक्सीनेशन रिपोर्ट के अलावा 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर रिपोर्ट जरूरी होगी।