( शेखूपुर विधायक धर्मेद्र शाक्य(पप्पू भईया)से लेकर जिलाधिकारी बदायूँ , जिलापंचायत एएमऐ से मिलकर मांग रखी )

बदायूँ : आज पुनः कुर्मी समाज के साथ युवा मंच संगठन के सैकड़ो युवाओं के द्वारा ककोड़ें मेले के आयोजन हेतू क्षेत्रीय विधायक धर्मेंद्र शाक्य पप्पू भईया से भेंट की गयी। विधायक धर्मेन्द्र शाक्य द्वारा पूर्ण रूप आश्वासन दिया गया, मेले का आयोजन होगा हम आपकी भावनाओ के साथ है ।तत्पश्चात जिलाधिकारी बदायूँ दीपा रंजन से भेट वार्ता कर प्रार्थना पत्र देते हुये अवगत कराया गया कि एसडीएम बदायूँ, जिला पंचायत के अधिकारियों के द्वारा जो निरक्षण किया गया वह ना काफी है जबकि ककोड़ा मेला जहाँ पर लगता है वहाँ की जमीन से पानी हट चुका है और जल्द ही मेले के आयोजन के समय तक सारी व्यवस्था हो सकती है, लेकिन जिला प्रशासन व्यवस्थाओं को लेकर उदासीन बना हुआ है, ना सड़के बनी ना कोई व्यवस्था हुई है। ज़िला पंचायत जानपूंछ कर लापरवाही बरत रहा है। निरीक्षण जब हुआ तब जिलापंचायत का न इंजीनियर था न वो लोगो थे जो लोग वर्षो से मेला लगवाते आ रहे है। निरीक्षण में खाना पूर्ति की जिससे मेला ना लगे। जिलाधिकारी द्वारा प्रार्थना पत्र पर एसडीएम बदायूँ द्वारा निरीक्षण करते हुये रिपोर्ट माँगने के आदेश किये गये। इसके बाद सभी लोग ने ककोड़ें मेले प्रभारी ए०एम०ए से जिला पँचायत कार्यालय में भेंट की और मांग रखी। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी ककोड़ें मेले के आयोजन को लेकर सन्तुष्टि जनक जवाव देने में असमर्थ रहे और कहने लगे स्वास्थ्य विभाग, ज़िला प्रशासन जो निर्णय लेंगे वही होगा , अब तक ज़िला प्रशासन के द्वारा एक भी कार्य एक भी व्यवस्था ककोड़ें मेले के आयोजन को लेकर नही की गयी है ।इस मौके पर कुर्मी समाज के युवा नेता शिवा कन्नौजिया ने कहा कि अगर सरकार के आदेश के पत्र का जनप्रतिनिधियों के आश्वासन के वाबजूद भी मेले का आयोजन में अनमियकतायें तानाशाही प्रवर्ति से जिला पंचायत के अधिकारियों के द्वारा की जा रही तो यह आस्था के मेले और आम जनमानस की भावनाओं से खिलवाड़ है और इसे बिल्कुल भी वर्दाश्त नही किया जायेगा । युवा मंच संगठन अध्यक्ष ध्रुव देव गुप्ता ने साफ शब्दों में कहा शेखुपुर के विधायक धर्मेद्र शाक्य पप्पू भईया ने हमे आश्वासन दिया है कि मेले का आयोजन होगा और जिलाधिकारी दीपा रंजन भी इस विषय पर गम्भीर है तो जिला पँचायत अधिकारी अपनी जिम्मेदारियों से क्यों बच रहे है असल मे मेले का बजट 80 लाख से घट कर 40 लाख