बदायूँ : स्टेट हैंडलूम एक्सपो हथकरघा बुनकर मेला 2024 का शुभारंभ बदायूं क्लब बदायूं में शनिवार को केंद्रीय राज्य मंत्री सहकारिता बी एल वर्मा, सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता, जिलाध्यक्ष राजीव गुप्ता ने फीता काटकर व मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।
केंद्रीय राज्य मंत्री ने आमजन से मेले का लाभ उठाने के लिए कहा। जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों ने मेला परिसर में लगाई गई विभिन्न स्टॉल्स का अवलोकन कर उसे सराहा।
स्टार शाइन एकेडमी के बच्चों द्वारा गणेश वंदना की मनमोहक प्रस्तुति दी गई। सेल्फी प्वाइंट आकर्षण का केंद्र रहा। मेला आगामी 16 जनवरी तक जारी रहेगा।
केंद्रीय राज्य मंत्री सहकारिता बी0एल0 वर्मा ने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री व उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री बुनकरों को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। विभिन्न प्रकार की योजनाएं बुनकरों के हितार्थ संचालित की गई हैं जिसका सीधा लाभ उन्हें मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि बुनकरों को 90 प्रतिशत अनुदान पर विभिन्न सुविधाएं भी उनको मुहैया कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि कृषि के बाद वस्त्र मंत्रालय ही सबसे ज्यादा रोजगार दे रहा है।
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उन्होंने कहा कि हर हाथ को काम मिले व युवा अपना उद्यम लगाएं। इसके लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि बुनकर उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लगाए गए मेले के माध्यम से वोकल फॉर लोकल व मेड इन इंडिया की परिकल्पना फलीभूत होगी। उन्होंने कहा कि बुनकरों द्वारा बनाए गए उत्पादों को देश व विदेश में पसंद किया जाता है।
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उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आठ स्टेट हैंडलूम एक्सपो लगाए जाएंगे, जिसमें से सबसे पहले जनपद बदायूं में लगाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हथकरघा उद्योग हमारी प्राचीनतम संस्कृति और परंपरा से जुड़ा हुआ उद्योग है। इसी कला के दम पर हमारे लगभग 1 लाख 91 हजार हथकरघा बुनकर एवं दस्तकार अपनी रोजी-रोटी कमा रहे हैं। उनके बनाए हुए उत्पादों के निर्यात से विदेशी मुद्रा का अर्जन भी हो रहा है। उन्होंने कहा कि बुनकर अपने हुनर के बल पर देश की आर्थिक समृद्धि करने एवं रोजगार सृजन में अपनी महती भूमिका निभा रहे हैं। हमारा उत्तर प्रदेश सदियों से दस्तकारी एवं बुनकरी में अग्रणी रहा है।
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उपनिदेशक वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार लालता प्रसाद ने बताया कि बुनकरों के हितार्थ अनेक योजनाएं संचालित की गई हैं। उन्हें बताया कि 90 प्रतिशत के अनुदान पर सोलर लाइट, सहायक उपकरण आदि मुहैया कराए जाते हैं। उन्होंने बताया कि हथकरघा बुनकरों को विद्युत दर में छूट की प्रतिपूर्ति की गई है। इसके अतिरिक्त संत कबीर राज्य हथकरघा पुरस्कार योजना, हथकरघा क्षेत्र के प्रशिक्षणार्थियों को छात्रवृत्ति की सहायता आदि विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम व योजनाएं संचालित की गई है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश मेंगा गारमेटिंग हब बनाने हेतु पीएम मित्र योजना के अंतर्गत मेगा टेक्सटाइल पार्क की स्थापना कराई जाएगी। इसके लिए जनपद हरदोई/लखनऊ में भूमि हथकरघा एवं वस्त्रोद्योग विभाग के नाम कराई जा चुकी है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में पीएम मित्र वस्त्र पार्क की स्थापना संबंधी कार्यों हेतु रुपए चार अरब का बजट प्रस्ताव प्रेषित किया गया है।
हथकरघा बुनकर मेले में हथकरघा से बने विभिन्न प्रकार के गर्म कपड़े, कंबल, सुखे मेवे, दरी, मफलर, साड़ी, चुनरी, कुर्ता-पजामा, चादर, सोफा कवर आदि उत्पाद विभिन्न स्टॉलों के माध्यम से प्रदर्शित किए गए हैं।
आमजन इसे क्रय भी कर सकते हैं। मेले में करीब 60 स्टाल लगाए गए हैं और एक थीम पवेलियन भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय की ओर से भी लगाया गया है।
मेले में उत्तर प्रदेश के बदायूं, मुरादाबाद, बिजनौर, इटावा, पीलीभीत सहित प्रदेश की बुनकर सहकारी समितियां एवं संस्थाओं व विभिन्न जनपदों के बुनकरों द्वारा स्टॉल लगाए गए हैं। इसके अतिरिक्त हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड राज्यों के बुनकरों द्वारा भी अपने-अपने स्टाल लगाए गए हैं।
स्टॉल पूरी तरह से निशुल्क है। इसमें किसी प्रकार का धनराशि बुनकरों से नहीं ली जाती है। इसके अतिरिक्त उन्हें आने-जाने का किराया दिया जाता है व 500 रुपए प्रतिदिन भी दिया जाता है। वित्तीय वर्ष में विभाग द्वारा पूरे प्रदेश में 07 स्टेट हैंडलूम एक्सपो एवं 10 डिस्ट्रिक्ट हैंडलूम एक्सपो का भी आयोजन कराया जा रहा है।
कार्यक्रम उपरांत गणेश वंदना की मनमोहक प्रस्तुति देने वाले स्टार शाइन एकेडमी के बच्चों व शिक्षिका सिम्मी नाज़िर को जनप्रतिनिधियों ने सम्मानित भी किया। कार्यक्रम का संचालन बदायूं क्लब बदायूं के सचिव अक्षत अशेष ने किया।
इस अवसर पर सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता, जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता, पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका परिषद बदायूं दीपमाला गोयल, मुरादाबाद मंडल के सहायक आयुक्त हैंडलूम अश्विनी कुमार सिंह, सहायक आयुक्त गोपाल मिश्रा सहित अन्य अधिकारीगण, आमजन व बड़ी संख्या में बुनकर उपस्थित रहे।