अपराधियों, मनचलों के लिए भय का पर्याय बनीं थानाध्यक्ष रेनू सिंह
संवाददाता-अभिषेक वर्मा
बदायूँ।जहां एक ओर समाज में महिलाओं पर अत्याचार और महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम आंका जाता है उत्तर प्रदेश शासन द्वारा महिलाओं के उत्थान के लिए निरन्तर प्रयास किए गए है। वही दूसरी ओर समाज में कुछ महिलाएं ऐसी भी है जो अपने आप में नारी शक्तिकरण सशक्तता सम्मान और शक्ति का प्रतीक है। बदायूँ में मनचलों के लिए भय का पर्याय एवं बदायूँ महिलाओं एवं युवतियों में सुरक्षा की भावना उत्पन्न करने वाली ऐसी ही एक वीरांगना का नाम है उत्तर प्रदेश पुलिस की बदायूँ महिला पुलिस अधिकारी, महिला थानाध्यक्ष रेनू सिंह । एक महिला अधिकारी जिसके कन्धे पर दो स्टार और सर पर पुलिस की हैट के साथ जब अपने सहयाग पुलिस बल के साथ नगर की महिलाओं युवतियों के सम्मान के लिए मुख्य चौराहों एवं बाजारों में एंटी रोमियो एवं वाहन चैकिंग अभियान के तहत जब खड़ी होती है। तो मनचले एवं गुंडा तथा असमाजिक तत्त्वों में खलबली मच जाती है। उनकी कार्यशैली से भयभीत होकर शहर से रोमियों एलिमेंट लगभग गायब हो ही गए है। जिससे क्षेत्र की युवतियां निर्भीक एवं निर्भय होकर अपने स्कूल कॉलेज कोचिंग सेंटर मार्किट जा रही है। साथ ही महिलाएं भी अपने बाजारों के काम स्वयं अकेले जा कर निपटा रही है। बता दे कि जब महिला थानाध्यक्ष रेनू सिंह उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्रायोजित मिशन नारी शक्ति के प्रचार प्रसार के लिए स्कूल कॉलेजों में जाकर युवतियों को नारी शक्ति के प्रति जागरूक करती थी एवं शहर में सुरक्षा की दृष्टि से पैदल गश्त करती है। हर युवती , छात्रा अपने मन में बड़ी होकर पढ़ लिखकर थानाध्यक्ष रेनू सिंह जैसी बनने की मन ही मन सपने संजोती है। मिली जनकारी के अनुसार बदायूँ में जब कोई महिला अपनी समस्या लेकर थाना पहुँचती है थाना परिसर में बैठी थाना अध्यक्ष रेनू सिंह को देखर खुद सहजता का अनुभव करती है निर्भीक होकर अपनी बात महिला पुलिस को बताती है। जनपद के अन्य पुरुष थानाध्यक्षों से किसी भी काम मे पीछे न रहने वाली एवं अपने कार्य को कर्तव्यनिष्ठा के साथ पूरी लगन मेहनत और ईमानदारी से अपना दायित्व को निभाने वाली महिला थानाध्यक्ष रेनू सिंह वास्तव में उदहारण है- कि अगर एक नारी कुछ करने की ठान ले तो वह पुरुषों से किसी भी स्तर पर पीछे नही रह सकती ऐसी निर्भीक और साहसी महिला पुलिस अधिकारी समाज की युवतियों एवं छात्राओं के लिए वास्तव में प्रेरणास्रोत हैं। वही पूर्व में अन्य जगह तैनाती के दौरान महिला पुलिसकर्मी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जा चुका है। बर्तमान में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लागू होने के चलते वाहनों की चेकिंग के अलावा असमाजिक तत्वों पर पैनी नजर रखते हुए निष्पक्ष शांतिपूर्वक चुनाव कराने का लक्ष्य बनाकर कार्य करने में जुटी हुई है। उन्होंने सभी से अपील की है कि विधानसभा चुनाव के चलते सभी मतदान केंद्र जाकर मतदान जरूर करें अपना मौलिक अधिकार को ना खोए , मतदान कर् अपना कर्तव्य को निभाए कोई भी व्यक्ति अगर मतदान केंद्र जाने में असमर्थ है संबंधित की सूचना अगवत करवाए।