बदायूं : जनपद बदायूं में नमामि गंगे जैविक खेती योजना के अंतर्गत विकासखंड उसावा की ग्राम पंचायतों में सरसों की बुवाई के लिए जैविक खेती के लिए तैयारी की जा रही है जिसमें किसानों के द्वारा ट्राइकोडर्मा एवं पीएसबी कल्चर से भूमि शोधन किया जा रहा है तथा प्रोम खाद , जिप्सम का भी उपयोग किया जा रहा है इस वर्ष बदायूं में सरसों की खेती का क्षेत्रफल अधिक हो रहा है किसानों द्वारा सरसों की बायो फोर्टीफाइट पूषा सरसों 31 के बीज की मांग की जा रही है खरीफ सीजन में किसानों की फसलें बाजरा मटका शकरकंद तेल कद्दू लौकी रो रही जैविक खेती से लहरा रही हैं किसानों का कहना है कि जैविक भेद से खेती करने में लागत 75% तक कम हो जाती है जिसमें किसानों के द्वारा पीएसबी कल्चर ट्राइकोडरमा से होम शॉपिंग किया जाता है वर्मी कंपोस्ट घन जीवामृत जीवामृत जीजा मूर्ति कंपोजर और जैव उर्वरकों का प्रयोग किया जाता है किसानों का कहना है कि प्रथम वर्ष में 5:00 से 10:00 पर्सेंट है उत्पादन काम आता है लेकिन लागत और उत्पादन की तुलना की जाए जो जैविक खेती से अधिक लाभ होता है।
जनपद बदायूं में इस परियोजना के अंतर्गत कुल 5 विकास खंड लिए गए हैं जिसमें 67 ग्राम पंचायत चयनित हैं ग्राम पंचायतों में पचासी समूह का गठन किया गया जिसमें 17 00 हे 0 कथा 2687 किसानों का चयन किया गया है जनपद में प्रेरणा का संचालन कृषि विविधीकरण परियोजना के माध्यम से किया जा रहा हैं कार्यदाई संस्था के रूप में भारत सरकार के द्वारा शील बायोटेक लिमिटेड का चयन किया गया है जिसके कर्मचारी चयनित कार्य क्षेत्र में किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर जैविक खेती के क्रियाकलाप को लगातार करा रहे हैं नमन गंगे जैविक खेती परिजनों को जिला प्रशासन के द्वारा प्राथमिकता के आधार वरीयता क्रम में रखा गया है जिस की समीक्षा समय समय पर जिलाधिकारी महोदया मुख्य विकास अधिकारी महोदया उप कृषि निदेशक महोदय एवं जिला परियोजना समन्वयक यूपी डास्प महोदय द्वारा तथा कार्यदाई संस्था के कर्मचारियों के साथ समीक्षा बैठक की जा रही हैं जैव उर्वरक वितरण के समय समूह के समूह लीडर तथा कृषक खानापुर दूसरा कंपनी के अध्यक्ष ओमप्रकाश कार्यदायी संस्था के सहायक परियोजना अधिकारी दिलीप कुमार जिला प्रभारी विश्वनाथ शाक्य समूह प्रभारी रवि कुमार प्रदीप कुमार पुष्पेंद्र शाक्य उपस्थित रहे ।