बदायूँ : युवा मंच संगठन के द्वारा बदायूँ जनपद में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप जोशी रमन पटेल के नेतृत्व में शहीद पार्क बदायूँ, उसहैत, खेड़ाजलालपुर, कुँवरगाँव, उझानी, जगत, म्याऊं, रिजोला, उसावां, बिनावर में ‘शहीद दिवस’ के दिन भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को याद करते हुये उनके चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित कर मोमबत्ती एवं मशाल जलाकर कर पुष्प चढ़ा कर श्रद्धांजलि अर्पित देश के लिए मर मिटने का उनका जज्बा देशवासियों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा ।
युवा मंच संगठन के द्वारा शहीद दिवस के मौके पर दिलीप जोशी ध्रुव देव गुप्ता ने कहा कि भारत माता के अमर सपूत वीर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को कोटि-कोटि नमन. मातृभूमि के लिए मर मिटने का उनका जज्बा देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा देश के युवाओं को मिली आजादी के लिए लड़ने की प्रेरणा
भगत सिंह ने 23 साल की युवा उम्र में ही मां भारती की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी थी. उनके इस जज्बे को देखकर देश के युवाओं को भी देश की आजादी के लिए लड़ने की प्रेरणा मिली. गौरतलब है कि भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को लाहौर षड्यंत्र मामले में मौत की सजा सुनाए जाने के बाद आज ही के दिन अंग्रेजी हुकूमत द्वारा फांसी पर लटका दिया गया था. इसलिए, उनकी शहादत को नमन करने लिए 23 मार्च को ‘शहीद दिवस’ के रूप में मनाया जाता है ।
युवा मंच संगठन के जिलाध्यक्ष पुष्पेंद्र मिश्रा ने कहा कि ‘शहीद दिवस पर भारत माता के अमर सपूत वीर भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु को कोटि-कोटि नमन मातृभूमि की गाथा को कुछ यूँ युवाओं को याद दिलाई आज से करीब 90 साल पहले भारत के महान क्रांतिकारी और स्वतंत्रता सेनानियों में से एक भगत सिंह को ब्रिटिश सरकार द्वारा फांसी दी गई इसी दिन भगत सिंह के साथ सुखदेव था और शिवराम राजगुरु ने भी भारत की आजादी के लिए हंसते-हंसते फांसी के फंदे को चूम लिया इन तीनों लोगों की शहादत को याद करने के लिए हर साल 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया जाता है ।
इस मौके पर जॉन्टी वाल्मीकि, पवन जोशी, रमन पटेल, हिमांशु श्रीवास्तव, विकास पटेल ,अजय दिवाकर, राजा दिवाकर, मयंक कुमार, अभी शुक्ला, जतिन मिश्रा , सुमित मिश्रा ,विशाल बाबू ,अर्जुन सिंह, राजा ठाकुर ,ललित दिवाकर आदि दर्जनों सँख्या में उपस्थित रहे ।