बदायूँ : सहसवान के मोहल्ला क़ाज़ी में मंगलवार सुबह एक हादसा हुआ जिसमें कई लोग घायल हो गए। घायलों का इलाज सहसवान के ही एक निजी अस्पताल में चल रहा है जिसमें एक 11 वर्षीय लड़के को गंभीर चोट आई है। घायलों में एक 2 साल की छोटी बच्ची भी है। सूचना पर हल्का लेखपाल भी मौके पर पहुंच गए और मुआयना किया।
घटना बदायूँ के कस्बा सहसवान के मोहल्ला क़ाज़ी की है जहां नज़राना पत्नि ख़लील अहमद रहती हैं। नज़राना के पति की मृत्यु हो चुकी है। नज़राना के घर से सब्जी मंडी दूर है, तो नज़राना के भाई मोहम्मद ताहिर ने परिवार को पालने के लिए घर के बाहर एक सब्ज़ी की दुकान खोल ली है जहां मोहल्ले व आसपास के लोग सब्ज़ी खरीदने आ जाते हैं, जिससे नज़राना व उसके भाई का गुजारा हो रहा है, मोहम्मद ताहिर और यही सब्ज़ी की दुकान ही नज़राना का एक मात्र सहारा है आज सुबह मोहम्मद ताहिर अपनी दुकान पर बैठा था तभी 12 वर्षीय राहिल पुत्र ज़रीफ़ अहमद उसकी दुकान पर कुछ सब्ज़ी खरीदने आया उसकी गोद में उसकी 2 वर्षीय चचेरी बहन उमरा पुत्री वसीम भी थी तभी नज़राना का मकान भरभराकर गिर गया जिसमें बच्ची को तो कम चोट आई लेकिन राहिल गंभीर रूप से घायल हो गया और उसका सर फट गया जिसमे कई टांके आये हैं।
मकान के अंदर नज़राना का 13 वर्षीय पुत्र जुनैद भी था ये सभी लोग मकान में दब गए, सारे मोहल्ले वाले इकट्ठे हो गए और बड़ी मशक्कत से जल्दी जल्दी मलबा हटाकर सबको निकाला और तुरंत पास के एक निजी अस्पताल में लेकर गए जहां सबका इलाज चल रहा है।
गनीमत ये रही कि सब्ज़ी की दुकान पर ग्राहक नहीं थे न ही उसके आसपास जो बच्चे खेलते हैं वो भी आज नहीं थे अन्यथा कोई बहुत बड़ा हादसा भी हो सकता था।
नज़राना के पति को कुदरत ने पहले ही छीन लिया है वो विधवा जैसे तैसे अपनी गुज़र बसर कर रही थी। आज उससे उसकी वो दुकान जो उसके जीने का एक मात्र सहारा थी उसका वो सहारा भी आज छिन गया।
अगर सरकारी योजनाओं की बात की जाए तो सरकार गरीबों को घर बनाने के लिए 2.5 लाख रुपये दे रही है लेकिन अधिकारियों की सांठ गांठ की बदौलत जो लोग इसके वास्तविक पात्र हैं वो इससे वंचित रह जाते हैं। सहसवान में सैंकड़ों लोगों को घर बनाने के लिए धनराशि मिल चुकी है लेकिन अगर ठीक तरह से जांच की जाए तो सच्चाई सामने आ जायेगी कि कितने लोग पात्र हैं और कितने लोग अपात्र हैं। आज मौके पर तहसील लेखपाल ने जाकर गिरे हुए मकान का निरीक्षण भी किया देखते हैं अब शासन की ओर से नज़राना और उनके परिवार की क्या सहायता की जाएगी।
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