मुख्यमंत्री योगी ने बदायूं में सपा पर कसा तंज

बोले- हम आतंकियों के मुकदमें वापस नहीं लेते, उन्हें उनके लोक में पहुंचाते

विजय कुमार वर्मा

बदायूं रू मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 14 सौ करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण कर जनपद को तोहफा दिया। लोकार्पण के साथ उन्होंने जनप्रतिनिधियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि योजनाओं का लाभ सभी लें इसके लिए शुभकामनाएं देता हूं। इसके साथ ही सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के गढ़ में पिछली सरकारों पर तंज भी कसा। कहा पहले केंद्र सरकार के द्वारा लोक कल्‍याण से जुड़े प्रसारित सर्वे में यूपी सबसे पीछे होता था, आपके सहयोग एवं जनप्रतिनिधि‍यों के सहयोग से अब सर्वे में उत्‍तर प्रदेश नंबर एक या दो पर आता है। यह उत्‍तर प्रदेश की बदली तस्‍वीर है।

पिछली सरकारें सिर्फ अपने और अपने खानदान के बारे में सोचती थीं। प्रदेश की जनता पर नहीं। वे बस अपनी जेब भरते थे। पिछली सरकार में पहला काम कोसीकला में दंगा हुआ, बरेली में दंगा हुआ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने प्रदेश में कानून का राज स्थापित किया। शांति का माहौल दिया। हर त्योहार पर शांति रही, कहीं कोई बवाल नहीं हुआ, दंगा नहीं हुआ। पिछली सरकारों में आतंकवादियों पर दर्ज मुकदमें वापस लिए जाते थे। हमारी सरकार में आतंकवादियों को कोई रियायत नहीं दी जाती। उन्हें उनके लोक में भेजने का काम किया गया। हमारी सरकार ने महिला सुरक्षा पर काम किया। उन्हें सुरक्षा का वातावरण दिया। सबसे पहले एंटी रोम‍ियो का गठन किया।डेढ़ लाख पुलिस की भर्ती हुई। हमने किसानों का कर्जा माफ किया। पिछली सरकारें किसानों को दी जाने वाली मदद में सहयोग नहीं करती थीं। बल्कि किसानों को मिलने वाली केंद्र सरकार की सहायता को हड़प कर जाती थी।

पिछली सरकार की पहचान अवैध बूचड़ खाना गोतस्करी थी। आज जो किसान गोवंश रख रहा है उसकी मदद की जा रही है।अपने घर में पालन पोषण कर रहा है, उसे 900 रुपये गोवंश के लिए उपलब्‍ध करवा रहे हैं। आज गोतस्‍करी नहीं, गोसेवा का कार्य किया जा रहा है। गोहत्‍या के कलंक को सदैव के लिए समाप्त किया जा रहा है। पहले नौकरी निकलती थी और उसी के साथ एक पूरा खानदान वसूली के लिए निकल जाता था। नियुक्ति के नाम पर वसूली होती थी। हमने साढ़े चार लाख नौजवानों को नौकरी दी गई। 60 लाख लोगों को एक जनपद एक योजना एवं अन्‍य योजनाओं के तहत स्‍व रोजगार से जोड़ने का काम क‍िया गया। किसानों की बात करने वालों से पूछा जाना चाहिए कि सात वर्ष से गन्ना भुगतान नहीं हो सका था।

कोई उपज किसानों से सीधी नहीं खरीदी जाती थी। किसानों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि का लाभ नहीं मिलता था। 2017 के बाद किसानों को लाभ मिल रहा है। कोई भेद नहीं, छह हजार रुपये किसान प्राप्त कर रहा है। कोई जाति, मजहब का भेद नहीं। प्रदेश के अंदर 2.46 करोड़ किसानों को लाभ मिल था। पहले भी मिल सकती थी।उनके ल‍िए विकास का कोई मायने नहीं था, वे पहले अपने और पर‍िवार के लि‍ए सोचते थे। हमारे लिए 25 करोड़ की जनता परिवार है, अयोध्‍या अपनी पहचान है। वे कहते थे, राम हुए नहीं हुए, प्रश्‍न खड़ा करते थेे। पिछली सरकारों की ओर से यूपी में संभावनाओं को देखने का प्रयास नहीं क‍िया गया, अगर करतीं तो यूपी देश का पेट भरने का काम करती, पिछली सरकार में क्रय केंद्र नहीं खोले जाते थे, खेती क‍िसानी घाटेका सौदा था।

हम आभारी है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कि उन्होंने किसानों के लिए योजनाएं चलाई। 2019 में पीएम मोदी ने अन्नदाता को प्रधानमंत्री सम्मान निधि का लाभ दिया। देश में 12 करोड़ किसानों को मिल रही है। कोरोना में फ्री में उपचार, मुफ्त में वैक्सीन उपलब्ध करवाया। साढ़े 13 करोड़ को वैक्सीन लग गई है। जिसने पहला डोज ले लिया है, चार सप्ताह हो गए हैं, दूसरा डोज भी ले ले,। कोरोना जब तक समाप्त नहीं हो जाता है, यह सुरक्षा कवच है।