आगरा । कोरोना वायरस संक्रमण बढ़ने के साथ अस्पतालों में आक्सीजन को लेकर मारामारी की स्थिति है। ऐसे में होम्योपैथी की कई दवाएं हैं, जो शरीर में आक्सीजन का स्तर बढ़ा सकती हैं। होम्योपैथी चिकित्सकों का कहना है कि सामान्य परिस्थितियों में इन दवाओं को लेने से आक्सीजन के स्तर में सुधार की पूरी संभावना रहती है।

होम्‍योपैथी दवाएं भी आक्‍सीजन लेवल बढ़ाने में कारगर साबित हो रही हैं।होम्योपैथी चिकित्सक डा. कैलाश चंद सारस्वत का कहना है कि जिस तरह होम्योपैथिक दवाएं कोरोना के इलाज में कारगर साबित हुई हैं, ठीक वैसे ही इन दवाओं की सहायता से शरीर में आक्सीजन का स्तर भी बढ़ाया जा सकता है। इनमें कार्बो वीईजी 30, वैनाडियम 30 और एसपीडो एसफार्मा प्रमुख हैं। इनमें कार्बो वीईजी 30 और वैनाडियम 30 की दो-दो बूंद सुबह, दोपहर, शाम, और रात को तीन-तीन घंटे बाद दी जा सकती है। जबकि एसपीडो एसफार्मा की 10-10 बूंद दिन में तीन बार देने से आक्सीजन के स्तर में सुधार होने की उम्मीद रहती है।

वहीं गिनीज बुक ऑफ वर्ल्‍ड रिकॉर्ड होल्‍डर होम्‍यौपैथी चिकित्‍सक डा. पार्थ सारथी शर्मा का कहना था कि कार्बो वीईजी 200 तो बाजार में उपलब्ध नहीं होती, लेकिन 30 वाईजी की बाजार में मिल जाएगी। सुबह शाम इसकी दो-दो बूंद लेने से आक्सीजन लेवल बढ़ सकता है।

बिना परामर्श दे सकती है दिक्कत

नेमीनाथ होम्योपैथिक कालेज के निदेशक डा. प्रदीप गुप्ता का कहना है कि सामान्य निमोनिया होने पर आक्सीजन की कोई दिक्कत नहीं होती। लेकिन होम्योपैथी में भी दवाएं लक्षण देखकर दी जाती हैं। हालांकि कोरोना में भी 90 फीसद लोगों को आक्सीजन की जरूरत नहीं है, सिर्फ 10 फीसद को ही है। ऐसे में बिना परामर्श दवा देने से दिक्कत हो सकती है।

 

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