अलीगढ़ । महामारी से भले ही राहत हो, मगर कोरोना के कहर से होटल इंडस्ट्रीज को बड़ा नुकसान हुआ है। अलीगढ़ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन का दावा है कि कोविड की दूसरी लहर में होटल इंडस्ट्रीज को 500 करोड़ रुपये के नुकसान हुआ है। छोटे होटल मालिकों की सबसे ज्यादा बुरा हाल है। बिजनेस न होने के चलते वे बिजली का बिल, स्टाफ का वेतन, विभिन्न तरह के टैक्स व अन्य खर्च भी नहीं उठा पा रहे। बैंक लोन चुकिता करने के लिए दबाव बना रही हैं।
ताला-तालीम के शहर होटल इंडस्ट्रीज का बड़ा कारोबार उभरा था। थ्री स्टार व फोर स्टार की सुविधाओं से लेस इन इस होटल कारोबार में लेमन टी, रमाडा जैसे अंतरराष्ट्रीय होटल समूह ने अलीगढ़ में निवेश किया। रमडा के खुलने के साथ ही 22 मार्च 2020 में लाकडाउन लग गया। आभा ग्रांड व मैरिस रोड पर लेमट टी भी उसी दौरान बनकर तैयार हुए। इस साल की जनवरी तक कारोबार को पटरी पर लाने का प्रयास चल ही रहा था, कि मार्च में कोरोना की दूसरी लहर ने एक बार फिर लाकडाउन लगा दिया। तब से अबतक कोविड की पाबंदियां जारी हैं। महामारी के चलते शादी व वैवाहिक समारोह का सीजन बूरी तरह पिट गया। कारपोरेट सेक्टर की बिजनेस मीट, चिकित्सकों के सेमीनार व अन्य बड़े आयोजन न होने से होटल कारोबार को तगड़ा झटका लगा है। घाटे के चलते एक बड़े होटल के बिकने की चर्चा है।
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पिछले 18 माह से माहमारी ने होटल इंडस्ट्रीज को तगड़ा झटका दिया है। करीब 500 करोड़ का नुकसान हुआ होगा। मालिकान अपने पास से कर्मचारियों का वेतन व अन्य खर्चे वहन कर रहे हैं। सीएम से होटल इंडस्ट्रीज को राहत दिलाने की मांग करेंगे।
मानव महाजन, अध्यक्ष, अलीगढ़ होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन
मोदी-योगी सरकार ने महामारी से लगभग जंग जीत ली है। अब सरकार कारोबार को पटरी पर लाने के लिए तेजी से फैसला करे। होटल के विभिन्न टैक्स माफ किए जाएं। बिजली के बिल व ब्याज दारों में छूट मिले।
– प्रमीत गुप्ता, मालिक, आर्चिड ब्ल्यू