अलीगढ़ । आजकल कम उम्र में ही आंखों का कमजोर होना, दर्द होना, पानी आना या धुंधलाना आम समस्या है। अमूमन, इसका कारण मोबाइल, टीवी व लेपटाप को बता दिया जाता है, लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो यह बात आधी ही सच है। 50 फीसद बच्चों में इन समस्याअों का कारण विटामिन-ए की कमी होता है। इसलिए बच्चों को पोलियो ड्राप व अन्य टीकों की तरह विटामिन ए की खुराक भी जरूर पिलाएं। उनके अनुसार विटामिन ए पिलाने से और भी कई फायदे बच्चों को होते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे बच्चे जो विटामिन ए की खुराक ले चुके होते हैं, उन्हें अन्य बच्चों की अपेक्षा कोरोना का खतरा भी कम रहता है।
श्वसन तंत्र की भी सुरक्षा
सीएमओ डा. आनंद कुमार उपाध्याय ने बताया कि बच्चों को विटामिन ‘ए’ की खुराक देने से शरीर की एपिथीलियल लेयर मजबूत होती है। यह परत हर बच्चे के रेस्पिरेटरी ट्रैक यानि श्वसन तंत्र में भी होती है। यदि बच्चे के रेस्पिरेटरी ट्रैक में एपिथीलियल लेयर मजबूत रहेगी, तो वायरस कोविड-19 भी इस परत को अतिक्रमित करने में असहाय महसूस करेगा। साथ ही इस वायरस के श्वसन तंत्र से भीतर जाने की गुंजाइश भी काफी कम हो जाती है।
संक्रमण से भी सुरक्षा
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. एके उपाध्याय के अनुसार विटामिन ए पिलाने से बच्चों में संक्रमण की आशंका काफी कम हो जाती है, क्योंकि इससे इम्यूनिटी बढ़ती है। इसलिए वर्तमान में चल रहे बाल स्वास्थ्य पोषण माह में नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक अवश्य दें। यह पोषण माह जून माह में शुरू होता, लेकिन इस बार 28 जुलाई से शुरू हो गया था। इस बार 27 अगस्त तक चलेगा । सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उपकेंद्र, आंगनवाड़ी केंद्र एवं शहरी क्षेत्र के अर्बन पीएचसी व नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व अन्य टीकाकरण केंद्रों पर बच्चों को विटामिन ए पिलाने की सुविधा उपलब्ध है।
