मानसून से पहले जल शक्ति मंत्रालय के केन्द्रीय जल आयोग द्वारा जारी बाढ़ पूर्वानुमान से लाभ और जल संचयन तकनीक पर व्यापक जन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया
जल शक्ति मंत्रालय के ऊपरी गंगा बेसिन संगठन, लखनऊ के मंडल कार्यालय मध्य गंगा मंडल –द्वितीय ने गोमती स्थल, लखनऊ में केंद्रीय जल आयोग द्वारा जारी किये जाने वाले बाढ़ पूर्वानुमान से लाभ और भारत में जल संचयन तकनीक पर व्यापक जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया|कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री अनुपम प्रसाद, मुख्य अभियंता , ऊपरी गंगा बेसिन संगठन ,लखनऊ नें भाग लिया तथा उनके साथ विशिष्ट अतिथि , श्री अमरीश पाल सिंह अधीक्षण अभियन्ता (सं.) तथा कार्यक्रम के मुख्य आयोजक श्री विवेक कुमार वर्मा, अधिशासी अभियंता अपने अधिकारीयों एवं स्टाफ के साथ उपस्थित रहे | अपने संबोधन में मुख्य अभियंता श्री प्रसाद ने कहा कि आज़ादी का अमृत महोत्सव के माध्यम से आज की युवा पीढ़ी को मुख्य विषय से जागरूक बनाते हुए उनके प्रयासों से समाज तथा देश के विकास में योगदान सुनिश्चित कराना है|
इस जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन आज़ादी का अमृत महोत्सव के 68वे सप्ताह के मौके में किया गया है| आज़ादी का अमृत महोत्सव समस्त देश में सभी मंत्रालयों एवं विभागों के द्वारा मनाया जा रहा है तथा ये कार्यक्रम इस श्रंखला में जल शक्ति मंत्रालय के केंद्रीय जल आयोग के ऊपरी गंगा बेसिन संगठन के अंतर्गत मध्य गंगा मंडल –द्वितीय का प्रयास है | इस कार्यक्रम के माध्यम से लोगो में जागरूकता तथा चेतना का संचार करना है कि वे कैसे बाढ़ पूर्वानुमान के माध्यम से बाढ़ की परिस्थित में जानमाल, पशु तथा फसल का बचाव कर सकते है साथ ही साथ इस कार्यक्रम में जल संचयन के बारे में भी लोगो को जागरूक किया गया कि वे किस प्रकार जल का अधिक से अधिक संचयन कर सकते है तथा भू-जल का स्तर बढाने में अपना योगदान दे सकते है |
केंद्रीय जल आयोग द्वारा मानसून काल में अत्यधिक वर्षा के कारण विभिन्न नदियों के जल स्तर में बढ़ोतरी से उत्त्पन होने वाली बाढ़ की सम्भावना का पूर्वानुमान निरन्तर लगाया जाता है एवं इसकी सूचना क्षेत्र के सम्बंधित जिलाधिकारी तथा केंद्रीय व राज्य बाढ़ नियंत्रण (राहत आयुक्त कार्यालय लखनऊ) कक्षों को ईमेल तथा वेब पोर्टल के माध्यम से घंटेवार वास्तवित समय (रियल टाइम) में साझा की जाती है | जिससे बाढ़ से होने वाली आपदा की पूर्व सूचना लोगों को दी जा सके तथा सम्बंधित जिलाधिकारी/विभाग द्वारा राहत एवं आपदा प्रबन्धन सम्बंधित कार्यवाई की जा सके |
ऊपरी गंगा बेसिन संगठन, केंद्रीय जल आयोग का उत्तर भारत की सभी महत्वपूर्ण नदियों जैसे- गंगा, मन्दाकिनी, भागीरथी, अलकनंदा एवं उनकी सहायक नदियों जैसे- रामगंगा, गोमती, घाघरा आदि पर प्रेक्षण कार्यालय उपलब्ध है, जिसके माध्यम से मानसून काल में घंटे वार नदियों के जल स्तर में बढ़ोतरी की वास्तविक समय पर सूचना सम्बंधित मंडल के माध्यम से सभी सम्बंधित अधिकारीयों एवं कार्यालयों को प्रेषित की जाती है|
इस कार्यक्रम में जन जागरूकता हेतु विषय से सम्बंधित भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया एवं प्रथम तीन प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया|