संजय शर्मा
बदायूं । विकास भवन स्थित उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण फल संरक्षण विभाग केन्द्र पर कर्मचारियों का टोटा पिछले तीन सालों से झेल रहा हैं , इस ओर न तो शासन ध्यान दें रहा है नहीं जिला प्रशासन , जबकि केन्द्र पर सात कर्मचारियों की तैनाती होनी चाहिए ।
लेकिन वर्तमान में केवल केन्द्र प्रभारी ही मौजूद हैं बकाया सात कर्मचारियों का कार्य केन्द्र खोलने से लेकर बन्द करने का कार्य चतुर्थ श्रेणी कार्य स्वयं केन्द्र प्रभारी द्वारा किया जा रहा है।
केन्द्र प्रभारी केशव सिंह ने बताया कि कई बरसों से एक कर्मचारी ही तैनात हैं जबकि कई खाद्य पदार्थ बनाए जाते थे, तथा महात्मा गांधी खाद्य प्रसंस्करण उद्योग नीति के अन्तर्गत न्याय पंचायतों में ग्राम स्वरोजगार योजनान्तर्गत तीन दिवसीय ग्रामीण शिविर लगाकर बेरोजगार युवक व युवतियों को रोजगार हेतु प्रेरित किया जाता है, प्रशिक्षार्थी को हाईस्कूल व बीस वर्ष से अधिक लोगों को ही योजना का लाभ मिलेगा,
जो प्रशिक्षार्थी अपना लघु उद्योग स्थापित करता है तो उसको एक माह का उधमिता विकास प्रशिक्षण देकर उधोग स्थापित कराया जाता है, जिसमें मशीनों व उपकरण पर विभाग द्वारा पचास प्रतिशत अनुदान, अधिकतम एक लाख रुपया तक दिया जाता है।
इसके अलावा भी पन्द्रह दिवसीय फल संरक्षण का भी प्रशिक्षण भी दिया जाता है।
अधिक जानकारी के लिए केन्द्र प्रभारी विकास भवन से सम्पर्क कर सकते हैं।