*दातागंज में हुई ईद-उल-अजहा की नमाज:कुर्बानी के त्योहार बकरीद पर मांगी गई अमन की दुआ, एक दूसरे को गले लगाकर दी बधाई*
*बदायूँ/यूपी-* जनपद बदायूँ के दातागंज में ईद-उल-अजहा की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई। बकरीद का त्योहार यानी कुर्बानी का त्योहार शांति के साथ मनाया गया। दातागंज ईदगाह आदि जगहों में लोगों ने ईद उल अजहा की नमाज अदा की। इसके बाद लोगों ने एक दूसरे को गले लगाया और अमन और शांति के लिए दुआएं मांगी । वहीं बच्चों मे त्योहार को लेकर खुशी साथ ही उत्साह दिखा। नगर पालिका परिषद दातागंज के पूर्व चेयरमैन भाजपा नेता मोहम्मद इसहाक एडवोकेट ने हमारे संवाददाता अभिषेक वर्मा को बताया कि यह कुर्बानी का त्योहार अल्लाह के एक दूत हजरत इब्राहिम की परीक्षा देने से शुरू होता है एक वक्त इब्राहिम को ख्वाब में अल्लाह ने दिखाया कि आप की सबसे प्यारी चीज हमारे नाम में कुर्बान करना है इब्राहिम को अल्लाह ने बहुत ही दुआ मांगने के बाद, मन्नतें मांगने के बाद एक लड़का दिया था। जिसका नाम इस्माइल रखा गया। हजरत इब्राहिम ने अल्लाह की राह में बहुत ही अपनी अजीज चीजों की कुर्बानियां दी लेकिन उनकी कुर्बानी कबूल नहीं हुई। यह देख कर इब्राहिम ने इस्माइल की कुर्बानी देने की सोच ली।जिस समय वे कुर्बानी करने के लिए अपने बेटे इस्माइल को पहाड़ी पर लेकर जाते हैं। उसी समय इस्माइल की जगह एक जानवर आ जाता है और उसकी कुर्बानी हो जाती है। जब उन्होंने अपनी आंखें खोली तो देखा कि मेरा बेटा इस्माइल बगल में खड़ा है । इसी दौरान गैब से आवाज आई यानी आकाशवाणी हुई इब्राहिम तुम अपनी परीक्षा में पास हो गए। मैं तो तुम्हें देखना चाहता था कि तुम अल्लाह से कितनी मोहब्बत करते हो। बस तभी से यहीं से कुर्बानी की परंपरा चली आ रही है। कुर्बानी एक इबादत है। बताते चले कि इस त्यौहार की दातागंज उपजिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार सिंह व तेजतर्रार पुलिस क्षेत्राधिकारी कर्मवीर सिंह ने दातागंज कोतवाली परिसर में बैठकर ईद उल अजहा की नमाज शान्तिपूर्ण तरीके से कड़ी सुरक्षा के बीच अदा करने को लेकर एक संभ्रांत व्यक्तियों के साथ मीटिंग की थी। इस त्यौहार पर लोग एक दूसरे को गले मिलकर मुबारकबाद देते दिखे। वहीं प्रशासन ने एहतियातन सुरक्षा के दृष्टिगत चक्रमण कर लोगों को आपसी भाईचारे के साथ त्योहार मनाने की अपील की थी। वही दातागंज पुलिस की अच्छी सुरक्षा व्यवस्था देखते हुए इंस्पेक्टर दातागंज शौरभ सिंह की जबरदस्त प्रशंसा कर हौसला अफजाई की।