लखनऊ   देश की आजादी में बड़ी भूमिका अदा करने वाले महाराजा सुहेलदेव की जयंती पर उत्तर प्रदेश सरकार को बड़ा सम्मान दिया। बहराइच में मंगलवार को महाराजा सुहेलदेव स्मारक स्थल की आधारशिला रखने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चित्तौरा पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री को राजा सुहेलदेव की अश्वारोही प्रतिमा पयागपुर रियासत के यशवेंद्र प्रताप सिंह ने भेंट की। मुख्यमंत्री के दीप पूजन के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ।

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली से व उत्‍तर प्रदेश की राज्‍यपाल आनंदीबेन पटेल वर्चुअल के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अपने पराक्रम से मातृभूमि का मान बढ़ाने वाले, राष्ट्रनायक महाराजा सुहेलदेव की जन्मभूमि और ऋषि मुनियों ने जहां तप किया, उस पावन धरती बहराइच को नमन करता हूं। पीएम नरेंद्र मोदी ने वसंत पंचमी की सभी को शुभकामनाएं दी। उन्‍होंने कहा कि आज महाराजा सुहेलदेव के नाम पर बने मेड‍िकल कॉलेज को एक नया भवन भी मिला है। यह बहराइच के जीवन के लोगों को आसान बनाएगा। इसका लाभ आसपास के श्रावस्‍ती, बलरामपुर, सिद्धार्थ नगर के साथ ही नेपाल से आने वाले मरीजों को भी मिलेगा।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत का इतिहास सिर्फ वह नहीं है, जो देश को गुलाम बनाने वालों या गुलामी की मानसिकता के साथ इतिहास लिखने वालों ने लिखा है। भारत का इतिहास वो भी है, जो भारत के सामान्‍य जनने,  लोकगाथाओं में रचा-बसा है। जिसे पीढ़‍ियों ने आगे एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी बढ़ाते रहते हैं।

महापुरुषों का त्‍याग, उसकी तपस्‍या, उनका संगम, उनकी वीरता,  शहादत का स्‍मरण करना व उनसे प्ररेणा प्राप्‍त करना, इससे बड़ा कोई अवसर नहीं होगा। यह दुर्भाग्‍य है कि भारत और भारतीयता की रक्षा के लिए जिन्‍होंने जीवन स‍मर्पित कर दिया, ऐसे अनेक नायक-नाय‍िका को वह स्‍थान नहीं दिया था, जिसके वो हकदार थे।  इतिहास रचने वालों के साथ इतिहास लिखने वालों के नाम पर हेरफेर करने वालों ने जो अन्‍य किया, उसे आज का भारत सुधार रहा है।

पीएम ने कहा कि नेता जी सुभाष चंद्र बोस, जो आजाद हिंद सरकार के पहले प्रधानमंत्री थे, क्‍या उनकी इस पहचान व योगदान को  महत्‍व दिया गया। जो उनको मिलना चाहिए। आज हमने उनकी इस पहचान को अंडमान और निकोबार तक देश-दुनिया के सामने सशक्‍त किया है। हमने नेता जी सुभाष चंद्र बोस की पहचान को देश-दुनिया के सामने सशक्‍त किया।

देश की 500 से भी अध‍िक रियासतों को जोड़ने वाले सरदार वल्‍लभ भाई पटेल के साथ क्‍या किया गया?, यह बात देश का बच्‍चा-बच्‍चा जानता है। आज दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा ‘स्‍टेच्‍यू ऑफ यूनिटी’ सरदार पटेल की है, जो हमें प्ररेणा देती है। देश के संव‍िधान देने वालोंं में अहम भूमिका देने वाले वंच‍ित, पीड़ित, शोष‍ित के आवास  डा. बाबा साहब आम्‍बेडकर को भी सिर्फ राजनितीक चश्‍में से देखा है। आज भारत से लेकर इंग्‍लैंड तक डा. बाबा साहब आम्‍बेडकर से जुड़े स्‍थानों को पंच तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है।

चौरी-चौरा के वीरों की तरह महाराजा सुहेलदेव के साथ व्‍यवहार हुआ: 

चौरी-चौरा के वीरों के साथ जो हुआ भूलने योग्‍य नहीं। महाराजा सुहेलदेव और भारतीयता की रक्षा के लिए उनके प्रयासों के साथ भी यही व्‍यवहार किया गया है। इतिहास की किताबों में भले ही उनके शौर्य पराक्रम व उनकी वीरता को वी स्‍थान  नहीं मिला, लेकिन अवध और तराई से लेकर पूर्वांचल की लोक कथाओं व ह्यदय में वी हमेशा बने रहे।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर एक बार फिर किसानों को समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों को लेकर लगातार भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है। जिन लोगों ने किसानों की जमीन छीन ली वो नहीं चाहते हैं कि किसानों की आमदनी बढ़े। हमारी सरकार देश के प्रत्येक नागरिक को समर्थ बनाने का प्रयास कर रही है।

पीएम मोदी ने रामचरित मानस की एक चौपाई सुनाई। उन्‍होंने कहा कि प्रबिसि नगर कीजे सब काजा। हृदयं राखि कोसलपुर राजा।  मंत्र का अर्थ- अयोध्यापुरी के राजा राम को हृदय में रखकर जो कुछ काम करेंगे उसमें अवश्‍य सफलता मिलेगी।

 

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