BUDAUN SHIKHAR
शाहजहांपुर
गोदाम प्रभारी के लिए एसडीएम के आदेश ठेंगे पर
जांच करने गए पूर्ति लिपिक को नही करने दी गोदाम की जांच
कोटेदारों की शिकायत पर एसडीएम ने करवाई जांच
जलालाबाद सहित मदनापुर गोदाम का भी है गोदाम प्रभारी पर चार्ज
प्राइवेट लोगों से संचालित करवाई जाती है गोदाम
जलालाबाद।सरकारी मशीनरी अपने उच्च अधिकारियों के आदेशों को ठेंगे पर रखती है एक ऐसा ही मामला जलालाबाद में देखने को मिला।जलालाबाद क्षेत्र के कोटेदारों ने सामूहिक रूप से गल्ला गोदाम प्रभारी द्वारा किये जा रहे शोषण के खिलाफ एसडीएम को ज्ञापन दिया था।एसडीएम सतीश चंद्रा ने गोदाम प्रभारी को कारण वताओ नोटिस जारी कर जबाब मांगा था।लेकिन गोदाम प्रभारी द्वारा जबाब न दिए जाने के बाद एसडीएम ने गोदाम के रजिस्टरों की जांच के लिये पूर्ति निरीक्षक से कहा तो उन्होंने पूर्ति लिपिक को जांच के लिए गोदाम ओर भेजा तो गोदाम प्रभारी ने पूर्ति लिपिक को गल्ला गोदाम की जांच करने से रोक दिया।जब इसकी जानकारी पूर्ति निरीक्षक को दी इसके बाद मौके ओर पहुंचे पूर्ति निरीक्षक ने जांच पड़ताल का काम पूरा किया।
20-09-2019 को क्षेत्रीय कोटेदारों ने एसडीएम को ज्ञापन देकर बताया कि उप्र राज्य खाद्य एवं आवश्यक वस्तु निगम लिमिटेड
की गोदाम पर उनका शोषण किया जा रहा है।कोटेदारों ने ज्ञापन में बताया कि उन लोगों को पिछले पांच वर्षों से गल्ला ले जाने का किराया नही मिला है इसके अलावा उन लोगों को बोरा का वजन भी नही दिया जाता है इसके अलावा पल्लेदारी में भी 3 रु प्रति बोरा लिया जाता है।
खाद्यान उठान के दौरान अतिरिक्त खर्च की मांग की जाती है।
मंगलवार शाम को पूर्ति कार्यालय के लिपिक पवन कुमार जांच को गोदाम पहुँचे इस दौरान गोदाम प्रभारी ने खाद्यान्न के बोरो की तौल कराने तथा कागज आदि दिखाने से मना कर दिया। लिपिक द्वारा इस बात की जानकारी देने पर जब पूर्ति निरीक्षक पवन कुमार वहां पहुंचे तब प्रभारी ने बामुश्किल जांच करवाई। पूर्ति निरीक्षक ने बताया कि जांच का काम पूरा कर लिया गया है और वह इसकी रिपोर्ट एसडीएम को देंगे।
यहां पर बता दें कि गोदाम प्रभारी मदनापुर के भी प्रभारी है।इन गल्ला गोदामों को प्राइवेट व्यक्तियों द्वारा संचालित किया जाता है।
दबी जुबान से मदनापुर के कोटेदारों का कहना है कि गोदाम प्रभारी ने मदनापुर के एक ठेकेदार को गोदाम ठेके पर दे रखी है।कुछ लोगों का यहां तक कहना है कि मदनापुर में प्राइवेट ठेकेदार बोरों में परखी लगाकर गल्ला निकाल लेता है।मदनापुर के कोटेदारों को बिना तौल के गिनती से गल्ला दिया जाता है।