सम्भल: संभल जिले के सदर कोतवाली इलाके में कथित गौरक्षक दल के कार्यकर्ताओं की दबंगई का मामला सामने आया है. जहां एसडीएम सहित उच्चाधिकारियों के आदेश पर आवारा पशुओं को इकट्ठा करके गौशाला लेकर जा रही सिरसी नगर पंचायत की गाड़ी को टांडा पुलिस चौकी से कुछ ही दूरी पर रोककर गौरक्षक दल के कार्यकर्ताओं ने पशुओं को अवैध कटान के लिए लेकर जाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया.
आपको बता दें कि पशु चिकित्सा अधिकारी गौरक्षक दल के कार्यकर्ताओं को पशुओं को गौशाला लेकर जाने की बात समझाने पहुंचे तो, दबंग युवकों ने उन्हें भी बंधक बना लिया और डेढ़ घंटे तक बंधक बनाए रखा. मामला उच्च प्रशासनिक अफसरों तक पहुंचा, मगर फोन पर बातचीत के बावजूद भी गौरक्षक दल के कार्यकर्ता नहीं माने और गौवंशीय पशुओं को अवैध कटान के लिए लेकर जाने का आरोप लगाते रहे.
उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद आनन-फानन में सदर कोतवाली प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे तो गौरक्षक दल के दबंग युवक मौके से फरार हो गए जबकि पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया. बता दें कि घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने मौके से 5 बाइक और एक बोलेरो कार को भी कब्जे में ले लिया है.
वहीं, बंधक बनाए जाने वाले पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. जयंत यादव ने कथित गौरक्ष्क दल के दबंगों के खिलाफ पुलिस को दी गई तहरीर में खुद सहित पशुओं को ले जाने वाले नगर पंचायत कर्मचारियों पर घेर कर हमला करने और मोबाइल छीनने का आरोप लगाया है. इसके बाद पुलिस ने नगर पंचायत की गाड़ी रोककर दबंगई दिखाने वाले गौरक्षक दल के कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. सदर कोतवाली प्रभारी ओंकार सिंह ने बताया कि 6 नामजद और 30 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है.
वहीं, एएसपी श्रीशचंद ने बताया कि कुछ गोवंश पशुओं को राजकीय वाहन से गौशाला ले जाया जा रहा था, लेकिन इस दौरान वाहन मार्ग को अवरुद्ध किया गया और सरकारी कार्य में बाधा डाली गई. इस मामले में राजकीय पशु चिकित्सा अधिकारी की तहरीर पर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है और साक्ष्य के आधार पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.