लखनऊ, संवाददाता। मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड अपने लाखों उपभोक्ताओं के लिए नई सेवा शुरू करने जा रहा है। ट्रायल के रूप में चंद माह पहले उपभोक्ताओं के बिजली के बिल मौके पर ही जमा करने की सुविधा दी गई थी, लेकिन यह योजना परवान नहीं चढ़ सकी थी। हालांकि, विभाग की ओर से एक बार फिर से सफल बनाने का प्रयास किया जाएगा। इसके लिए एमडी मध्यांचल अनिल ढींगरा ने तैयारी पूरी कर ली है। अब उपभोक्ताओं को घर पर ही बिल जमा करने की सुविधा दी जाएगी। उपभोक्ता बिजली का बिल क्रेडिट, डेबिट व नगद भी जमा कर सकेंगे। इसके लिए मीटर रीडर को स्वैप मशीन चरणबद्ध तरीके से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
इस नए प्रयास से उन असहाय, बुजुर्ग व अकेले रह रहे लोगों को राहत मिलेगी, जो ई सुविधा केंद्र नियमित नहीं पहुंच पाते थे। वहीं बिजली विभाग को उसका राजस्व नियमित व समय से मिल सकेगा। ट्रायल के रूप में इन खंडों को चुना गया है, जहां अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सके। अमूमन गोमती नगर, इंदिरा नगर, अमीनाबाद, राजभवन, राजाजीपुरम, वृंदावन, महानगर, विश्वविद्यालय सहित एक दर्जन डिवीजन हैं। इसके बाद ग्रामीण क्षेत्रों में प्रयोग किया जाएगा।
खासबात रहेगी कि उपभोक्ता के बिल जमा करते ही, उसके मोबाइल नंबर पर बिल जमा करने का मैसेज आ जाएगा। यही नहीं उपभोक्ता को आने वाले चंद माह में मौके पर बिल जमा होने की रसीद भी विभाग उपलब्ध कराने का प्रयास करेगा, इसके लिए प्रिंटर की आवश्यकता होगा, जिसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इस काम को बेहतर तरीके से करने से पूर्व एजेंसियों को निर्देश दिए गए हैं कि मीटर रीडर के वाॅलेज रिचार्ज करा दिए जाए।यही नहीं गड़बड़ी करने वालों की जमानत राशि व वेतन फंस सकता है। इसलिए सुपरवाइजर नियमित रूप से ऐसे कर्मियों का हिसाब रखकर जमा कराएगा।
यही नहीं समय समय पर काउंसिलिंग होने के साथ ही उपभोक्ताओं से बेहतर व्यवहार कैसे करे, इसको लेकर भी टिप्स देने का काम करेगा। राजधानी में करीब साढ़े आठ लाख उपभोक्ता है। इनमें सबसे अधिक आवासीय है, इसके बाद वाणिज्यिक और कृषि उपभोक्ता हैं। अफसरों की मंशा है कि नई योजना से हर उपभोक्ता को जोड़ा जाए, इसलिए योजनाबद्ध तरीके से इसे लागू करने के साथ ही इस योजना में आने वाली परेशानियों को चरणबद्ध तरीके से हल करवाने के लिए टीमें लगाई जा रही हैं।