बदायूँ : 17 जून। डीएम ने कहा है कि उनके संज्ञान में आया है कि पशु चिकित्सक चिकित्सालय में नहीं रुकते हैं, न ही समय से बैठते हैं, जिससे पशुओं का समय से उपचार नहीं हो पाता है, लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि चिकित्सकों की इस प्रकार की लापरवाही को क्षम्य नहीं किया जाएगा।
शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभाकक्ष में जिलाधिकारी दीपा रंजन ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ0 अरुण कुमार जादौन, पशु चिकित्सक एवं पशुधन प्रसार अधिकारी के साथ गौवंशों की शतप्रतिशत ईयर टैंगिंग एवं टीकाकरण कराए जाने के सम्बंध में बैंठक आयोजित की। उन्हांने निर्देश दिए कि पशु चिकित्सकां एवं पशुधन प्रसार अधिकारियों को प्रतिदिन का लक्ष्य देकर उनसे गांव में भेजकर 15 दिनों में गौवंशों का शतप्रतिशत ईयर टैंगिंग एवं टीकाकरण कराया जाए, ,जिससे किसी भी पशु की पहचान सुगमता के साथ की जा सके। इस कार्य में दातागंज, उझानी, दहगवां की स्थिति खराब पाई गई, जिसमें डीएम ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए सम्बंधितों की कड़ी फटकार लगाई है। उन्होंने सख्त निर्देश दिए हैं कि कार्य पूर्ण करके समय से अपलोड कराएं। उन्होंने निर्देश दिए कि सहभागिता योजना अन्तर्गत अतिकुपोषित बच्चों के परिवारों को गौवंश आश्रय स्थल से दुधारु गौवंश निःशुल्क दिए जाएं। बीडीओ, ग्राम सचिव तथा ग्राम प्रधान के सहयोग से कार्य पूर्ण कराए जाएं।
राष्ट्रव्यापी कृत्रिम गर्भाधान योजना के अंतर्गत डीएम द्वारा पशुधन प्रसार अधिकारी को 5 कृत्रिम गर्भाधान प्रति दिन एवं पशु चिकित्सा अधिकारी को 3 कृत्रिम गर्भाधान प्रतिदिन करने हेतु निर्देशित किया गया, साथ ही कहा गया कि अगली एक माह बाद होने वाली बैठक में दिए गए लक्ष्य के अनुरूप कार्यवाही करते हुए प्रतिभाग करें। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया अब तक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में 62357 लक्ष्य के सापेक्ष 45572 पशुओं का टीका लगाया जा चुका है।
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