BUDAUN SHIKHAR -UP
उऩ्नाव
जानलेवा हमले में हिस्ट्रीशीटर महेश सिंह को सश्रम दस साल की कठोर कारावास
– हत्या के प्रयास में 17 साल से पुलिस को चकमा देकर फरार था भगौड़ा, वर्ष 2018 में दिल्ली से किया था गिरफ्तार
– 17 वर्षों से फरार आरोपी ने गैंगस्टर संबंधित दस्तावेज में व्हाइटनर लगाकर किया था हेरफेर
उन्नाव। मांखी कांड में कथित रेप पीड़िता के चाचा पर हत्या के प्रयास का मामला न्यायालय ने सत्य पाया था। जिस आधार पर मंगलवार को अपर सत्र न्यायालय फास्ट ट्रैक कोर्ट के न्यायाधीश ने आरोपी को 10 साल की सजा सुनाते हुए 5 हजार रूपए जुर्माना भी लगाया। इसके साथ ही महेश सिंह पर न्यायलय ने 5 हजार रूपए का जुर्माना लगाया है। दोनों पक्षों से वकीलों के कोर्ट रूलिंग और तर्क वितर्क सुनने के बाद 62 पन्नों का जजमेंट तैयार हुआ है। जिसके बाद न्यायाधीश वांछित अपराधी पर सजा मुकर्रर की है। बता दें कि इसी मामले में आरोपी 17 वर्षों से फरार था। इसी के साथ गैंगस्टर संबंधी मामले में सफेदा लगाकर दस्तावेजों में अपना नाम महेश के स्थान पर रमेश लिखा था।
हिस्ट्रीशीटर महेश सिंह को पुलिस ने वर्ष 2018 में मुखबिर की सूचना पर दिल्ली से हिरासत में लिया था। जिसके बाद से ही जेल में बंद था। वर्ष 2000 में माखी गांव में प्रधानी चुनाव के दौरान आरोपी महेश सिंह ने अपने दो भाईयों के साथ मिलकर गांव के ही जयदीप िंसंह पर जानलेवा हमला किया था। जिसका मुकदमा माखी थाने में दर्ज हुआ और आरोपी के दोनो भाई दोष मुक्त पाए गए। दोषी महेश सिंह पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू किया तो वह फरार हो गया। जिसके बाद कई सरकारी दस्तावेजों पर व्हाइटनर लगाकर वह महेश की जगह रमेश बनकर घूमता रहा। करीब 17 वर्षों तक वह फरार रहा। भगोडा महेश उस वक्त चर्चा में आया जब उसकी भतीजी ने अजेय विधायक कुलदीप सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप मढा। इसके बाद पुलिस ने माखी थाने के वाछिंत अपराधी पर शिकंजा कसा। वर्ष 2018 में मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आरोपी महेश को दिल्ली में गिरफ्तार किया। जिसके बाद से न्यायाधीश प्रहलाद टंडन नें दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं के तर्क वितर्क सुनने के बाद आरोपी महेश सिंह को दोषी पाया और उसे सजा देने का फैसला किया है।
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ट्रेन डकैती की अगली सुनवाई 11 जुलाई को
उन्नाव। कथित रेप पीडिता के चाचा पर जीआरपी थानें में दर्ज लूट और माल बरामदगी के मामले में वकीलों ने जमानत अर्जी दाखिल की थी। जिला जज की कोर्ट में दाखिल अर्जी में आरोपी पक्ष की 1 जुलाई को गवाही हो चुकी है। जिस पर न्यायाधीश ने अगली सुनवाई की तारीख 11 जुलाई लगा दी है।
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डेढ दर्जन अपराधिक मामलों में नामित है शातिर महेश सिंह
उन्नाव। हत्या के प्रयास मामले के मुख्य आरोपी महेश सिंह पर करीब डेढ आपराधिक मामले दर्ज है। जिनमें हत्या, लूट, डकैती, अपहरण जैसे कई गंभीर मामले कोर्ट विचाराधीन है। शातिर महेश लंबे समय से पुलिस को चकमा देकर फरार था लेकिन वर्ष 2018 में हाईकोर्ट ने आरोपी की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था। जिसके बाद से मुखबिर की सूचना पर आरोपी पुलिस के हत्थे चढा था।
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दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं ने रखे अपने-अपने पक्ष
उन्नाव। मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष के अधिवक्ता ने आरोपी पर सख्त से सख्त सजा की मांग की। वहीं आरोपी पक्ष के वकील ने दलील दी कि आरोपी के दो भाईयों की पहले ही मौत हो चुकी है। परिवार में अब कोई कमाने वाला नहीं है। ऐसे में आरोपी की सजा में कुछ एतियात बरता जाए।