संवाद सूत्र, मिरहची: कस्बा के जिन्हैरा मार्ग स्थित मेला ग्राउण्ड पर शनिवार की रात्रि अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। श्रोताओं ने रात्रिभर कवियों द्वारा प्रस्तुत काव्य रचनाओं का लुत्फ उठाया।
जिन्हैरा गांव के मेला ग्राउण्ड पर आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का शुभारंभ राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक डा. लालाराम पल्लव एवं वरिष्ठ शिक्षक एवं साहित्यकार दिनेश उपाध्याय ने संयुक्त रूप से माँ शारदे के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं फीता काटकर किया। आसपास के जिलों से आये कवियों ने मुक्तक, छंद, हास्य, ओज, व्यंग्य आदि रचनायें प्रस्तुत कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कवि सतेंद्र निर्झर ने मुक्तक प्रस्तुत करते हुये
कि तेरे हंसने पर हंसती है तेरे रोने पर रोती है।हो जाये अगर कष्ट तुम्हे रात रात भर नहीं सोती है। माँ की ममता का बखान किया। अखिल भारतीय कवि सम्मेलन के आयोजक सुपर कम्प्यूटर सेंटर के स्वामी बी.पी.वर्मा एवं संयोजक कवि फरीद अल्वी रहे। मेला ग्राउंड जिन्हैरा मिरहची में आयोजित विशाल कवि सम्मेलन का संचालन बदायूं से पधारे कवि पवन शंखधार के द्वारा किया गया। अलीगढ़ से पधारे वरिष्ठ कवि दादा ललित सिंह ललित द्वारा कवि सम्मेलन की अध्यक्षता की गई। सोरों से आये राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित कवि दादा डॉ. लाला राम पल्लव और दिनेश चन्द्र उपध्याय मुख्य अतिथि और
विशिष्ट रहे। कवियत्री अल्का अद्भुत ने सरस्वती वन्दना प्रस्तुत की। टूंडला से पधारे दादा रामराहुल, फिरोजाबाद से मंजुल मयंक, आगरा से डा. अंगद सिंह धारिया, अलीगढ़ खैर से भुवनेश चिंतन, अलीगढ़ से चच्चा उदयभानी, एटा राकेश शम्म, महेश मंजुल, राजकुमार भरत, छछैना एटा से गीतकार सतेंद्र निर्झर, रामनगर एटा से मुरारी लाल मानव, बाराबंकी से अतुल कुमार माधुर्य, जिन्हैरा से नाथूराम नगेश, सिकन्दराराऊ से प्रमोद विषधर ने अपने काव्यपाठ से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया कवि सम्मेलन सुबह तीन बजे तक चला। अभयसिंह अभय को भी काव्यपाठ का अवसर मिला।
फोटो कैप्सन–जिन्हैरा में आयोजित अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में काव्यपाठ प्रस्तुत करते सतेंद्र निर्झर।
–काव्य पाठ करते युवा कवि फरीद अल्वी।