सम्भल: जिसमें जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम नर्सरी में स्थित पौधों को देखा एवं डीएफओ से उन पौधों की विशेषताओं के बारे में जानकारी ली।
जिलाधिकारी ने डीएफओ से कहा कि जामुन, आंवला, अमरुद, इमली आदि फलों के पौधों को जनपद में ग्राम पंचायत स्तर पर बनायी जा रहीं पोषण वाटिकाओं को उपलब्ध कराएं। जिलाधिकारी ने संबंधित लेखपाल को निर्देशित करते हुए कहा कि नर्सरी के आसपास स्थित भूमि को देख लिया जाए। अगर भूमि ग्राम समाज की है तो उसको कब्जा मुक्त कराकर वन विभाग को सुपुर्द करा दी जाए। ताकि उसमें एक अच्छी नर्सरी विकसित हो सके। लेखपाल को निर्देशित करते हुए कहा कि नर्सरी के आसपास जो जमीन है उसका एक नजरी नक्शा तैयार किया जाए। एवं नक्शा कलर्ड रूप में तैयार करके अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को शीघ्र ही प्रेषित किया जाए।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने बहजोई मंडी कार्यालय का निरीक्षण किया। वहां स्टोर रूम चेक करते हुए मंडी सचिव से मंडी के आढ़तियों के लाइसेंस फल एवं सब्जी मंडी के विषय पर चर्चा एवं मंडी की आय एवं व्यय के विषय में जानकारी ली। एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके उपरांत जिलाधिकारी ने टिकटा रोड ग्राम नाधौस स्थित बीएमबीएल जैन कॉलेज का निरीक्षण किया। कॉलेज की कक्षाओं, गौविज्ञान केंद्र एवं वर्मी कंपोस्ट तथा वाटर हार्वेस्टिंग को देखा और मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना को लेकर चर्चा की। इस अवसर पर डीएफओ अरविंद कुमार, उप जिलाधिकारी चंदौसी आरपी सिंह, जिला सूचना अधिकारी बृजेश कुमार, मंडी सचिव मोहित फौजदार एवं संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।