फर्रूखाबाद 16 मई 2022l

मसेनी नगला में डेंगू के प्रति लोगों को किया गया जागरूक

जिले में इस समय नहीं है कोई भी डेंगू का मरीज – डीएमओ

डेंगू काफी गंभीर बीमारियों में से एक है। कुछ लोगों के लिए यह बीमारी जानलेवा भी साबित होती है। खासतौर पर बारिश के शुरुआती दौर में डेंगू के मामले सबसे ज्यादा देखे जाते हैं। ऐसे में लोगों को इस बीमारी को लेकर जागरूक होना चाहिए। पिछले वर्ष जिले में 30 लोग डेंगू से पीड़ित मिले थे इस वर्ष अभी तक कोई भी व्यक्ति डेंगू से पीड़ित नहीं मिला हैl यह कहना है जिला मलेरिया अधिकारी केपी द्विवेदी का l

डीएमओ ने बताया कि जिले की सभी सीएचसी और पीएचसी पर लोगों को डेंगू के प्रति जागरुक करने के साथ ही आशा कार्यकर्ताओं औरआंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा फाइलेरिया अभियान के दौरान जन समुदाय को डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया रोग से कैसे निपटा जाए इसके बारे में भी जागरुक किया जा रहा है l डीएमओ ने बताया कि डेंगू की जांच जिले में कहीं नहीं होती है इसके लिए मरीज के रक्त का नमूना तिर्वा मेडिकल कालेज भेजा जाता है l उन्होंने कहा कि डेंगू से बचने क लिए जरूरी है कि मच्छर के लार्वा को उत्पन्न होने से रोका जाए। इसके लिये जरूरी है कि घर में किसी भी प्रकार से पानी जमा नहीं रहना चाहिए। साफ सफाई और स्वच्छता रहनी चाहिए। घर के बाहर भी पानी का जमाव नहीं होना चाहिए। कूलर में पानी रोज बदलना चाहिए। एसी का पानी भी निस्तारित होना चाहिए। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें। कमरे की खिड़कियों में बारीक जाली का फ्रेम लगवाएं।

मलेरिया निरीक्षक नरजीत कटियार द्वारा जनपद स्थित मसेनी नगला में लोगों को डेंगू रोग से कैसे बचा जा सकता है जागरुक किया गया l साथ ही मच्छरों के स्रोत का भी निरीक्षण किया गया l इस दौरान नरजीत ने बताया कि वर्षा का मौसम नजदीक है इस दौरान घर और आस-पास पानी का भराव न हो इसके बारे में समुदाय को पहले से ही इंतजाम करना होगा। क्योंकि इस मौसम में मच्छरों की उत्पत्ती होने की संभावना अधिक रहती है। खासतौर से मच्छर के प्रजनन की दर कई गुना बढ जाती है। डेंगू से निपटने में समुदाय की भागीदारी होनी जरूरी है। डेंगू बुखार मादा एडीज इजिप्टी मच्छरों के काटने से होता है। इन मच्छरों के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती हैं। ये मच्छर दिन में, खासकर सुबह काटते हैं।

बता दें कि डेंगू जैसी बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए और इसके बारे में सटीक जानकारी देने के लिए सरकारी स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। वहीं हर साल 16 मई का दिन नेशनल डेंगू डे के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मुख्य मकसद लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करना है और इसके लक्षण, कारण और उपचार के बारे में बताना है. इस बार की थीम ‘डेंगू से रोकथाम संभव आईये मिलाये हांथ’ रखी गई है l इसका मतलब है कि अगर जन समुदाय का साथ मिल जाए तो डेंगू से लड़ा जा सकता है l

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