लखनऊ, एजेंसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से संक्रमण की जंग में उतरे उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ प्रदेश के हर जिलाधिकारी का हौसला बढ़ाया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के साथ सहित देश भर के 54 जिलों शीर्ष अधिकारियों के साथ संवाद किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देश के अन्य राज्यों के सात ही उत्तर प्रदेश के सात जिलाधिकारियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संबोधित किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस संबोधन के दौरान लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी सीएम के सरकारी आवास से जुड़े थे। प्रधानमंत्री ने सभी अधिकारियों का हौसला बढ़ाने के साथ ही कोरोना वायरस के बार-बार रूप बदलने के कारण उसको बहुरूपिया तथा धूर्त भी बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह हमारे लिए बेहद ही गर्व का क्षण है कि विषम परिस्थितियों के बाद भी आप लोग बेहद सक्रिय तथा मुस्तैद हैं। आप लोग जिलों के प्रमुख योद्धा हैं। उन्होंने कहा कि आप लोगों ने मौजूद संसाधनों का बेहतर से बेहतर लाभ उठाया। उन्होंंने कहा कि कोरोना संक्रमण की सेकेंड स्ट्रेन बड़ी परीक्षा लेने वाली थी। लगातार रूप बदलने वाला कोरोना वायरस बहुरूपिया और बेहद धूर्त है। इससे निपटने के लिए हमको भी बेहद डायनेमिक तथा इनोवेटिव होना पड़ रहा है। इसी कारण हम इस पर भी अंकुश लगाने में सफल हो रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने बरेली के डीएम से पूछा, तीसरी लहर से कैसे निपटेंगे:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बरेली के डीएम नीतीश कुमार समेत प्रदेश के छह जिलों के डीएम को आनलाइन संवाद के लिए आमंत्रित किया। बरेली के डीएम से छह मिनट तक बात हुई। जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूछा कि गांवों में संक्रमण रोकने के क्या इंतज़ाम हुए। डीएम ने बताया कि जिले में मेरा गांव, मेरा अभियान नाम से घर-घर जाकर जांच कराई गई। आशा कार्यकर्ता को प्रशिक्षित कर इसमें लगाया गया। अप्रैल में संक्रमण दर 22 फीसद थी, जोकि नियंत्रित होकर अब 2.5 है। तीसरी लहर से निपटने के सवाल पर उन्होंने बताया कि तीनों मेडिकल कालेजों में बच्चों के लिये 90-90 आक्सीजन और 30-30 आइसीयू बेड आरक्षित किये जा रहे हैं। जिला अस्पताल में 30 आइसीयू बेड तय किये गए हैं। जिले के 70 बाल विशेषज्ञों को भी तैयारी में शामिल किया गया है। इनके 40 निजी अस्पतालों में बेड आरक्षित किये जायेंगे। प्रदेश से लखनऊ, मेरठ, गाज़ियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, मुरादाबाद के डीएम भी शामिल थे।

बेहतर तालमेल के साथ ही प्रभावी काम करने से अपेक्षित परिणाम:

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आप लोग अभी भी स्थितियों पर लगातार नजर रखें। जिले में बेहतर तालमेल के साथ ही प्रभावी काम करने से अपेक्षित परिणाम भी मिल रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि वैसे तो आप सभी का काम बेहद चैलेंजिंग होता है। इसी बीच कोरोना वायरस वायरस ने आपके काम को और अधिक मांग और चुनौतीपूर्ण बना दिया है। अब नई चुनौतियों के बीच हमें नई रणनीतियों और समाधानों की जरूरत है। स्थानीय अनुभवों का उपयोग करना महत्वपूर्ण हो जाता है और हमें एक देश के रूप में मिलकर काम करने की आवश्यकता है। पीएम मोदी ने कहा कि आपके फील्डवर्क, आपके अनुभवों और फीडबैक से हमें प्रभावी नीतियां बनाने में मदद मिलती है।

प्राथमिकता जीवन को आसान बनाए रखने की भी:

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि जीवन बचाने के साथ-साथ हमारी प्राथमिकता जीवन को आसान बनाए रखने की भी है। गरीबों के लिए मुफ्त राशन की सुविधा हो, दूसरी आवश्यक सप्लाई हो, कालाबाजारी पर रोक हो, यह सब इस लड़ाई को जीतने के लिए भी जरूरी हैं, और आगे बढऩे के लिए भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अब जिलों के साथ ही बाजारों व गांव में केस कम होने के बाद भी सभी दिशा-निर्देश का पालन कराना हमारा काम है। जिले के सभी विभागों जैसे पुलिस व नगर निगम के साथ जिला प्रशासन के बीच बेहतर तालमेल तथा फील्ड में आपके काम तथा फीडबैक से ही सरकार को रणनीति बनाने में मदद मिलती है। यही योजना प्रैक्टिल तथा इफेक्टिव होती है।

हमको वैक्सीन वेस्टेज भी रोकना होगा:

सरकार ने टीकाकरण में भी राज्यों से मिलने वाले सुझाव पर हम आगे बढ़ रहे हैं। राज्यों केा 15 दिन पहले के टीका की उपलब्धता की जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही हमको वैक्सीन वेस्टेज भी रोकना होगा। इस पर काबू पाकर हम अतिरिक्त लोगों को इसका लाभ दे सकेंगे। यहां तक कि टीकाकरण अभियान की रणनीति बनाने के लिए भी हम राज्यों और अन्य हितधारकों द्वारा दिए गए सुझावों के साथ आगे बढ़ रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय 15 दिनों के लिए राज्यों को टीके के संबंध में जानकारी प्रदान कर रहा है। वैक्सीन की आपूर्ति से आपको टीकाकरण की समय-सीमा को प्रबंधित करने में मदद मिलेगी। पीएम मोदी ने कहा कि आज वैक्सीन की बर्बादी का मुद्दा है। एक खुराक भी बर्बाद करने का मतलब है जीवन को ढाल न दे पाना। वैक्सीन की बर्बादी रोकना जरूरी है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने बरेली के डीएम नीतीश कुमार के साथ संवाद किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वर्चुअल संवाद के दौरान गुरुवार को लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश, वाराणसी के डीएम कौशल राज शर्मा, मेरठ के डीएम के. बालाजी, बरेली के डीएम नीतीश कुमार, गाजियाबाद के डीएम डॉ. अजय शंकर पाण्डेय, गौतमबुद्धनगर के डीएम सुहास एवाई व मुरादाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह मौजूद थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के जिलों के ग्रामीण इलाकों में कोरोना संक्रमण की स्थिति तथा उससे निपटने की तैयारी की योजनाओं पर भी चर्चा की। इससे पहले बुधवार को पीएम मोदी ने नौ राज्यों के 46 डीएम के साथ बैठक की थी। कोरोना संक्रमण के दौरान पहली बार प्रधानमंत्री सीधे डीएम से संवाद स्थापित कर रहे हैं।  पहली लहर में गृह मंत्री अमित शाह अथवा केंद्रीय गृह सचिव एनसीआर के डीएम से संवाद करते थे। अब दूसरी लहर और तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर प्रधानमंत्री, डीएम से संवाद कर रहे हैं।

 

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