बदायूँ (सू0वि)। आजादी के आंदोलन के वक्त घटी ऐतिहासिक चौरी-चौरा घटना का शताब्दी समारोह उत्तर प्रदेश में सरकार काफी जोर-शोर से मना रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया। पीएम ने कहा किसानों की जमीन पर किसी की बुरी नजर नहीं पड़ेगी। चौरी-चौरा में जो हुआ वो सिर्फ एक थाने में आग लगाने की घटना नहीं थी, इससे एक बड़ा संदेश अंग्रेजी हुकूमत को दिया गया। देश को कभी चैरा चैरी की घटना नहीं भूलनी चाहिए। इससे पूर्व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी चैरा चैरी की घटना को याद दिलाते हुए देश की आजादी में अपने प्राण गवांने वाले अमर शहीदों को याद किया।
इसी के क्रम में कलेक्ट्रेट स्थित स्थित शहीद स्थल पर पुष्पमाला अर्पित कर प्रभात फेरी निकाली गई। उत्तर प्रदेश शासन में पशुधन, मत्स्य, एवं दुग्ध विकास के मंत्री एवं जनपद के प्रभारी मंत्री लक्ष्मी नारायण चैधरी ने पुलिस परेड ग्राउण्ड स्थित शहीद स्थल पर माल्यार्पण कर नमन किया, माँ सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलित कर एवं माल्यार्पण कर चैरी चैरा शताब्दी समारोह का शुभारंभ किया। उन्होंने विभिन्न विभागों में संचालित योजनाओं की प्रर्दशनियों का अवलोकन भी किया। छात्र-छात्राओं की 100 मीटर की दौड़ को हरी झण्डी दिखाई। वंदे मातरम् व अन्य गीत का गायन, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया गया, छात्र-छात्राओं द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम व डाॅ0 अक्षत अशेष द्वारा देशभक्ति काव्य पाठ किया गया, एलईडी वैन के माध्यम से प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के उद्बोधन का सजीव प्रसारण दिखाया गया। प्रभारी मंत्री ने शेखूपुर विधायक धर्मेन्द्र शाक्य, बिसौली विधायक कुसाग्र सागर, भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक भारतीय, जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी निशा अनंत, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व नरेन्द्र बहादुर सिंह, एसपी सिटी प्रवीण सिंह चैहान, नगर पालिका अध्यक्ष दीपमाला गोयल सहित अन्य लोगों के साथ श्रम विभाग द्वारा 5 लाभार्थियों को साइकिल वितरित किया, चरखा एवं कुम्हार चाक का वितरण किया, खेल किट एवं टूल किट वितरित की, दिव्यांगजनों को 5 व्हीलचेयर, 5 कृत्रिम अंग, 5 ट्राई साइकिल वितरित की, कृषि विभाग द्वारा किसानों को सम्मान एवं कृषि उपकरण वितरित किए गए, मशरूम कृषकों को सम्मानित किया। इसके अलावा अन्य कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया। यहां के अलावा जनपद में विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में भी चैरा चैरा कार्यक्रम का आयोजन किया गया
प्रभारी मंत्री ने कहा कि चैरा चैरी कांड ऐसा नहीं है जिसको हम सीमित दायरे से देखें, इसने हमारे देश में एक ऐसी ज्वाला उत्पन्न की थी, जिससे पूरे देश के नौजवानों में जाति, धर्म से ऊपर उठकर देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने की भावना उत्पन्न थी, अनेक जगह स्वतंत्रता संग्राम में फांसी की सजा हुई, पुलिस की गोली से भी लोग मरे, लेकिन चैरा चैरी की घटना ने देश में एक ऐसी तब्दीली ला दी, जिससे तत्कालीन कांग्रेस नरम दल और गरम दल दो भागों में विभाजित हो गई। भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, पंडित राम प्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्ला खान यह सब लोग गरम दल के कहे गए, लेकिन गांधी जी के साथ नरम दल वाले कहे गए, लेकिन यह निश्चित रूप से कहा जा सकता है गांधीजी राष्ट्रपिता थे, उनकी की वजह से देश को आजादी मिली, लेकिन वे जिनको हम गरम दल की संज्ञा देते हैं देश की आजादी की प्राप्ति में उनका भी सबसे ज्यादा योगदान है। कोई भी व्यक्ति अपनी संतान के लिए ऐसे कार्य करना चाहता है, जिससे उसकी संतान आगे चलकर उसके नाम को रोशन करें। देश और समाज की सेवा करते हमारे अमर शहीदों ने हमारे देश के लिए अपने प्राणों की आहुति और बलिदान दिया। उन्होंने यही सपना सजोया था कि भारतवर्ष विश्व गुरु बने, भारतवर्ष दुनिया का सबसे विकसित देश बने, यहां के लोग सुखी संपन्न शांति से रहे। इसी सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री द्वारा किए जा रहे कार्य सराहनीय हैं। मैं अपनी, उत्तर प्रदेश सरकार व बदायूँ की जनता की ओर से अमर शहीदों को शत शत नमन करता हूं। शहीदों के बलिदान से हमको यह शिक्षा मिलती है कि हम अपने समाज और राष्ट्र की सेवा करें। इसके लिए चैरा-चैरी शताब्दी समारोह के मौके पर अनेक प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।