बदायूँः 12 नवम्बर। जिलाधिकारी मनोज कुमार ने उप जिलाधिकारी सदर सुखलाल प्रसाद वर्मा एवं चिकित्सा अधीक्षक डॉ0 कप्तान सिंह के साथ शनिवार को जिला पुरुष चिकित्सालय में ओपीडी, राजकीय यूनानी चिकित्सालय, क्षय रोग नियंत्रण, एनआरसी केन्द्र, डेंगू वार्ड, आकस्मिक वार्ड, राजकीय होम्योपैथिक चिकित्सालाय, ब्लड बैंक, लैब तथा आदि सहित विभिन्न वार्डों का निरीक्षण किया।उन्होने निर्देश दिए कि ओपीडी एवं लैब में टोकन व्यवस्था लागू की जाए। ओपीडी एवं लैब के बाहर एक स्क्रीन लगाई जाए जिससे मरीज और तीमारदार अपने नम्बर आने समय देख सकें। उन्होने दो जगह दवा वितरण केन्द्र बनाने निर्देश दिए है।
उन्होंने बारी-बारी वार्ड में जाकर चिकित्सकों की उपस्थिति, दवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। यूनानी चिकित्सालय में डॉक्टर देर से आने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त की। डीएम ने दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ली। प्रयोगशाला में पहुंचकर डीएम ने टेस्ट से संबंधित जानकारी ली। डेंगू वार्ड में मच्छरदानी लगी मिली और भर्ती मरीजों एवं तीमारदारों से इलाज के सम्बंध में जानकारी ली। डीएम ने पोषण पुनर्वास केंद्र पहुंच कर कुपोषित बच्चों से उनका हालचाल जाना। बच्चों की देखभाल कर रही उनकी माताओं से बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली एवं कहा कि बच्चों के ठीक होने तक यहीं रहकर बच्चों की देखभाल करें। जनरल वार्ड में पहुंचकर उन्होंने मरीजों से उनका हालचाल जाना एवं तीमारदारों से व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी ली। मरीजों से जानकारी ली कि चिकित्सक देखने समय से आते हैं भोजन गुणवत्ता पूर्वक मिलता है एवं दबा को चिकित्सालय से ही दिया जाता है या नहीं या फिर बाजार से तो दवाई नहीं लिखी जाती हैं।
डीएम ने निर्देश दिए कि जिला अस्पताल में दवाओं की उपलब्धता है किसी भी मरीज को बाहर से दवाएं ना लिखी जाए चिकित्सक नियमित रूप से उनके पास पहुंचकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी लेते रहे। उन्होने निर्देश दिए कि बेडशीट नियमित रूप से बदलती रहे साफ सफाई का विशेष ख्याल रखा जाए। अस्पताल परिसर में खराब पडे हैड पम्प को तरन्त सही कराने के निर्दश दिए है।