संवाद सूत्र, मिरहची: नगर निकाय क्षेत्र में ठेल ढ़केल दुकानदारों को ऋण देकर आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से बैंक और डूडा मैंनेजर ने ठेलों पर पहुंचकर ऋण आवंटन हेतु सर्वे किया।


डूडा प्रबंधक राकेश कुमार और एस.बी.आई. फील्ड आफीसर रूपेश भारती ने गत दिवस कस्बा मिरहची के ठेल ढ़केल विक्रेताओं की ओर से आईं प्रधानमंत्री स्ट्रीट वैंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना ऋण स्वीकृति हेतु ठेलों पर पहुंचकर उनका स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान डूडा मैंनेजर राकेश कुमार ने ठेल व्यवसाईयों को बताया कि बैंक द्वारा उनको सर्वप्रथम दस दस हजार रुपये के ऋण देकर ठेल व्यवसाय को चलाने के लिये दिये जायेंगे। अगर ठेल व्यवसायी बारह माह के अंतराल में बैंक द्वारा दी गई ऋण धनराशि को जमा कर देगा तो उसको तत्काल बीस बीस हजार रुपये के ऋण दिये जायेंगे। अगर सभी ठेल व्यवसायी बीस हजार रुपये की ऋण राशि को अठारह माह में बिना रूकावट के जमा कर देता है तो उसको तत्काल वरीयता के आधार पर पचास पचास हजार रूपये ऋण स्वीकृत कर व्यवसाय को चलाने के लिये कम से कम ब्याज दर पर मुहैया कराये जायेंगे। डूडा अधिकारियों के प्रयास के चलते कस्बा के दर्जनों ठेल ढ़केल व्यवसाईयों ने अपने अपने पंजीकरण कराकर सरकार की उपरोक्त महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री स्ट्रीट वैंडर्स आत्मनिर्भर निधि योजना में भाग लिया है। कुछ ठेल दुकानदारों को तो दस दस हजार रुपये ऋण के रूप में मिल भी चुके हैं। ठेल ढ़केल व्यवसायी सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना में भाग लेकर लाभान्वित भी हो रहे हैं।
फोटो कैप्सन–दस दस हजार रूपये ऋण को आवेदन करने वाले ठेल व्यवसाईयों का सर्वे करते हुये डूडा मैनेजर और एस.बी.आई. मिरहची फील्ड आफीसर रूपेश भारती।
