फर्रुखाबाद, 20 दिसम्बर 2022 |
“राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम” के अन्तर्गत मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में सीडीपीओ, कोटेदार, प्राईवेट चिकित्सालय और पैथोलाजी के संचालकों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया | इस दौरान सिगरेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद अधिनियम,2003 ( कोटपा) के बारे में प्रशिक्षित किया गया|
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी और तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ के नोडल अधिकारी डॉ दलवीर सिंह ने तम्बाकू सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया कि हर वर्ष लगभग नौ लाख भारतीय तम्बाकू सेवन के कारण जान गंवाते हैं जो क्षय रोग, एचआईवी/एड्स एवं मलेरिया से होने वाली मौतों से अधिक है। इसलिए इसको रोकने के लिए हम सभी को मिलकर तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम को सफल बनाने में अपने अधिकारों एवं कर्तव्यों का पालन करना होगा ।
डॉ दलवीर ने कहा कि तंबाकू का सेवन मीठे जहर के समान है यह नशा करने वाले व्यक्ति को धीरे धीरे अंदर से खोखला कर देता है l इसलिए अभी भी समय है खुद को संभाल लो और तंबाकू को छोड़ दें इसी में खुद और परिवार की भलाई है l
तम्बाकू निंयत्रण कार्यक्रम के जनपद सलाहकार सूरज दुबे ने बताया कि धूम्रपान हमारे शरीर के लिए बहुत ही घातक है | सभी प्रकार के तम्बाकू उत्पादों पर लिखा होता है कि तम्बाकू के सेवन से कैंसर होता है फिर भी लोग जानकर भी अनजान बने रहते है|
सूरज ने बताया कि तंबाकू नियंत्रण कानून (कोटपा) 2003 के तहत सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने, खुलेआम तंबाकू से संबंधित सामग्री बेचने पर कार्रवाई की जाती है। इसके तहत 200 रुपए से 10,000 रुपए तक जुर्माना और 5 साल की कैद तक का प्रावधान है
सूरज ने बताया कि धूम्रपान और तंबाकू सेवन को लोग केवल फेफड़ों के लिए ही नुकासनदेह मानते हैं, लेकिन इससे पूरे शरीर को नुकसान होता है lइस जीवन शैली में धूम्रपान की आदत समस्याओं को गंभीर करने का काम ही करती है l तंबाकू का सेवन और उसमें भी धूम्रपान लोगों को जानलेवा कैंसर तक देने का कारण बनता जा रहा है l इतना ही नहीं हकीकत यह है कि इससे दिल और दिमाग को भी नुकसान होता है l
सूरज ने बताया कि तंबाकू उत्पादों के चबाने से या धूम्रपान के जरिए जहरीले रसायन लोगों के शरीर में घुस जाते हैं और इतना नहीं अब तंबाकू के नशे हुक्का जैसे कई नए रूपों में युवाओं तक पहुंचने लगे हैं. ऐसे में लोगों को तंबाकू के स्वास्थ्य संबंधी नुकसानों और सही जानकारी से अवगत करना बहुत जरूरी है l
प्रशिक्षण के दौरान राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के साइकोलाजिस्ट अमित सिसोदिया, शहरी क्षेत्र की सीडीपीओ पुष्पा सेन, कमालगंज से विमलेश चौधरी, मोहम्दाबाद से अर्चना सहित अन्य लोग मौजूद रहे|