फर्रुखाबाद 19 अक्टूबर 2022।
दुकानदार भी अपने साथ दूसरों का रखें ख्याल और मास्क लगाएं
पटाखों से दूरी सेहत के लिए है बहुत जरूरी
कोविड से बचाव में दो गज की दूरी और मास्क है जरूरी का फॉर्मूला कारगर
बूस्टर डोज जरूर लगवाएं
धनतेरस, दीपावली, भाई दूज और छठ पूजा नजदीक होने से बाजारों में भीड़ बढ़ गई है। इस दौरान सतर्क रहने की आवश्यकता है। सभी को कोविड टीकाकरण के साथ कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। यह कहना मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अवनीन्द्र कुमार का ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि कोरोना ख़त्म नहीं हुआ है। बाजार में खरीददारी के वक्त मास्क से मुंह व नाक अच्छी तरह से ढककर रखें। एक दूसरे से उचित दूरी बनाकर रखें और दुकान में प्रवेश व निकलते वक्त हाथों को अच्छी तरह सेनेटाइजर करना न भूलें।
उन्होंने कहा कि दुकानदार (विक्रेता) भी इस बात का पूरा ख्याल रखें कि वह दुकान-शो रूम पर पूरे समय मास्क लगाकर रखें। हाथों की स्वच्छता का भी ख्याल रखें। पटाखों की चंद सेकेंड की रोशनी और धमक पूरे जीवन को स्याह बना सकती है, इसलिए दीपावली पर घर-परिवार को पटाखों से दूर रखें। कोरोना व अन्य संक्रामक बीमारियों को देखते हुए इस बार पटाखों से तौबा करने में ही हर किसी की भलाई है। पटाखे जलाना ही है तो ग्रीन पटाखों का चयन करें। यह जरूर ध्यान रखें कि सेनेटाइजर लगे हाथों से कतई पटाखों को न छुएं क्योंकि सेनेटाइजर का अल्कोहल व अन्य केमिकल पटाखों के बारूद के संपर्क में आते ही उत्साह के रंग में भंग डाल सकता है।
सीएमओ का कहना है कि संक्रामक रोगों की दर बढ़ रही है। इसकी वजह बाजारों में बढ़ रही भीड़ और कोविड गाइडलाइन की अनदेखी शामिल है। इस दौरान बरती गयी लापरवाही कोरोना संक्रमण को बढ़ावा दे सकती है। यदि हम सावधानी बरतें तो संक्रमण को बढ़ने से रोक सकते हैं।
घर से निकलने पर मास्क अवश्य लगाएं
कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए घर से निकलने पर मास्क का प्रयोग अवश्य करें। अनावश्यक किसी चीज को हुए नहीं, अपने हाथ नियमित रूप से सेनेटाइजर या साबुन से धोएं। जिनमें कोविड के लक्षण नजर आ रहे हों, वह नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र,अस्पताल में चिकित्सक से परामर्श लें और जांच कराए।
लगवाएं डोज और रहे सुरक्षित
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ प्रभात वर्मा का कहना है कि 18 साल से ऊपर के ऐसे लाभार्थी, जिन्हें कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज लगे हुए छह माह का समय हो चुका है उन्हें एहतियाती डोज लगाए जा रहे हैं। उन्होंने 18 साल से अधिक उम्र के लोगों से नि:शुल्क एहतियाती डोज (प्रिकॉशन) लगवाने की अपील की।