बरेली : दिल्ली, एनसीआर समेत बाहरी जिलों से आने वाले लोग सबसे ज्यादा संक्रमण फैला रहे हैं। जिले में 70 प्रतिशत संक्रमित बाहर से आने वाले लोग एवं उनके संपर्क में आने से फैला है। ऐसे में जिले में कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए सबसे पहले बाहर से आने वाले लोगों की सैंपलिंग करके उन्हें चिन्हित करना होगा।
कोविड-19 जिला सर्विलांस टीम की ओर से चिन्हित किए गए संक्रमितों में करीब 35 प्रतिशत लोग विदेशों के साथ ही दिल्ली, एनसीआर, मुंबई और बेंगलुरु के थे। इसके अलावा उनके संक्रमित होने वाले लोगों का प्रतिशत भी लगभग इतना ही था। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की ओर से एयरपोर्ट, रेलवे जंक्शन, रेलवे स्टेशन, सेटेलाइट बस अड्डा और पुराना रोडवेज अड्डा पर फोकस सैंपलिंग करके संक्रमितों को चिन्हित किया जा रहा था।
इसके अलावा 300 बेड अस्पताल, जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी आदि अस्पतालों में भी सैंपलिंग की जा रही थी। जिले में बसों से आने वाले तमाम यात्री सेटेलाइट या पुराना बस अड्डा से पहुंचने पहले रास्ते में ही उतर जाते थे। ऐसे में दिल्ली एवं एनसीआर से आने वाले यात्रियों की सही ढंग से सैंपलिंग नहीं हो पा रही थी। अब फतेहगंज पश्चिमी स्थित टोल प्लाजा के पास एमएमयू टीम ने कैंप लगाकर सैंपलिंग कराना शुरू कर दिया है।
इस बारे में एमएमयू प्रभारी अभिषेक त्यागी ने बताया कि टोल प्लाजा पर रोडवेज बसों, बाहर से आने वाले अन्य वाहनों की भी सैंपलिंग की जा रही है। जिले में सोमवार को 3680 लोगों के सैंपल लिए गए, जिसमें 1603 जांचें एंटीजन, 2012 जांचें आरटीपीसीआर, 65 जांचें ट्रूनैट और 85 जांचें जिला अस्पताल में कराई गईं।