बदायूँ शिखर प्रतिनिधि

शाहजहांपुर। कांट थाना क्षेत्र में बिरादरी के युवक से शादी करने से नाराज परिवार वालों ने बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। घाट पर जाकर अंतिम संस्कार भी कर दिया। अगले दिन थाने पहुंचकर बेटी के पति के खिलाफ उसे बहला-फुसलाकर ले जाने की रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस की जांच में सच्चाई सामने आने पर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

कांट थाना क्षेत्र के मरहैया मोहल्ले निवासी बुुधपाल सक्सेना की बेटी रोशनी (18) ने 14 जुलाई को मुर्गी फार्म के पास रहने वाले 24 वर्षीय प्रभात से कोर्ट मैरिज कर ली थी। शादी के बाद रोशनी घर पर आकर रहने लगी थी। तब परिजन को शादी की जानकारी नहीं हुई थी। शक होने पर चार सितंबर को जब पिता ने पूछताछ की तो रोशनी ने सच बता दिया। साथ ही विवाह प्रमाण पत्र भी दिखा दिया।

पिता ने पहले बेटी को पीटा और धमकाया। बेटी के न मानने पर पिता ने उसी रात को गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। रोशनी के भाई बबलू, तहेरे भाई रमेश और बुधपाल के समधी बनवारी लाल निवासी अजीजगंज थाना चौक कोतवाली ने वारदात में मदद की थी। हत्या के बाद आरोपियों ने फर्रुखाबाद के ढाई घाट ले जाकर चार सितंबर की रात में ही बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया।

पांच सितंबर को बुधपाल ने थाने में तहरीर देकर प्रभात के खिलाफ बेटी को बहला-फुसलाकर ले जाने की रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने जांच शुरू की तो परिजन द्वारा ही युवती की हत्या किए जाने की बात सामने आई। तथ्यों और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने हत्या की बात पुख्ता कर ली। इसके बाद पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने बेटी के चप्पल, कपड़े, विवाह प्रमाण पत्र और अन्य कागजात घाट के पास ही गड्ढा खोदकर दबा दिए थे, जिन्हें पुलिस ने बरामद कर लिया है।

एसपी एस. आनंद ने बताया कि आरोपियों ने हत्या की बात स्वीकार कर ली है। आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।

प्रेम प्रसंग की जानकारी पर छुड़वा दी थी पढ़ाई

रोशनी का पति प्रभात (24) अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखता है। प्रभात बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता है। रोशनी और प्रभात का घर 250-300 मीटर की दूरी पर है प्रभात ने बताया कि वह 2018 से रोशनी को जानता था। उनके प्रेम संबंध की जानकारी होने पर परिजन ने हाईस्कूल के बाद रोशनी की पढ़ाई छुड़वा दी थी। रोशनी को बराबर धमकाया जाता था कि अगर उसने प्रभात से बातचीत की तो वे लोग दोनों को मार देंगे। उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।

डर के कारण घर से नहीं निकल रहा था प्रभात

प्रभात के मुताबिक उसने कई बार रोशनी को मोबाइल लाकर दिए जो परिजन ने छीन लिए थे। बताया कि उन्होंने 14 जुलाई को शाहजहांपुर आकर शादी का पंजीकरण करा लिया था। इसके बाद प्रभात ने रोशनी को उसके घर के पास छोड़ दिया। प्रभात ने बताया कि रोशनी के घरवालों को थोड़े दिन बाद शक हो गया था। वे लोग शादी करने की बात की छानबीन करने लगे थे। चार सितंबर को रोशनी का फोन स्विच ऑफ हो गया था। इसके बाद से वह परेशान हो गया। उसने अन्य तरीके से रोशनी के बारे में पता लगाने की कोशिश की, लेकिन कुछ पता नहीं चला। वह रोशनी के घरवालों के डर की वजह से घर से भी नहीं निकल रहा था।

पुलिस ने पूछताछ की तो प्रभात ने बताया दिया सच

पांच सितंबर को प्रभात के खिलाफ कांट थाने में झूठी रिपोर्ट रोशनी के पिता ने दर्ज करा दी। जबकि वह घर पर ही था। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने सब कुछ सच-सच बता दिया। यह भी बताया कि हम दोनों ने शादी कर ली है, भला घर से ले जाने की क्या जरूरत है। इसके बाद पुलिस का शक रोशनी के घरवालों की ओर गया। सामने आया कि चार सितंबर को रोशनी से परिजन ने पूछताछ की तो उसने शादी की बात स्वीकार ली। अपना विवाह प्रमाण पत्र भी दिखा दिया।

इससे क्षुब्ध होकर उन लोगों ने वारदात को अंजाम दे दिया। घर में हत्या करने के बाद फर्रुखाबाद के ढाई घाट पर जाकर उसे जला दिया। एक पन्नी में रोशनी के कपड़े, चप्पल, आधार कार्ड, पैन कार्ड, विवाह प्रमाण पत्र, बैंक ऑफ बड़ौदा की पासबुक घाट में ही गड्ढा खोदकर उसमें दबा दिया। बुधपाल के छह संतान हैं। एक बेटे और दो बेटियों की शादी वह कर चुका है। एक बेटा और एक बेटी अभी छोटे हैं। बुधपाल घर के बाहर दुकान चलाता था।

 

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