बदायूं संकुल के आचार्यों ने लिया भाग।
विषयों की बारीकी से दी गई जानकारी।
बदायूं, द्रौपदी देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में आज नई शिक्षा नीति के तृतीय वर्षगांठ के अवसर पर बदायूं संकुल के आचार्यों का एक दिवसीय आचार्य प्रशिक्षण वर्ग संपन्न हुआ।
आचार्य प्रशिक्षण वर्ग का प्रारंभ विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती के चित्र के समक्ष संकुल प्रमुख घनश्याम सिंह चौहान, विश्राम सिंह, लोकेंद्र नाथ शर्मा ने दीप जलाकर तथा प्रधानाचार्य राम सिंह राजपूत ने पुष्पार्चन कर किया।
मुख्य वक्ता विश्राम सिंह ने कहा, आचार्यों को स्वाध्याय करके शिक्षा की नई नई तकनीकी अर्जित कर नवाचार के माध्यम से छात्र छात्राओं के सर्वांगीण विकास पर बल देना चाहिए।
संकुल प्रमुख घनश्याम सिंह चौहान ने कहा, विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के विकास के लिए समय-समय पर ऐसे प्रशिक्षण वर्गों का आयोजन किया जाता है। जो उनमें नई ऊर्जा का संचार कर आचार्यों के द्वारा छात्र छात्राओं को रोचक तरीके से विषय की जानकारी देते हैं।
प्रशिक्षक मंडल में दास कॉलेज की जया सिंह, सत्यम मिश्रा, राजकीय कॉलेज के संजीव कुमार सिंह राठौर, मुन्नालाल झा, श्री कृष्ण वर्मा, राजेंद्र सिंह तोमर, गंगा प्रसाद, गवेंद्र सिंह एवं घनश्याम बाबू रहे।
अतिथि परिचय प्रधानाचार्य राम सिंह राजपूत ने कराया। संचालन सुरेंद्र मिश्रा ने किया।
इस मौके पर बाल कल्याण समिति के मंत्री मनीष सिंघल, नवनीत सिंह, विद्यालय के अध्यक्ष मणिकांत वैश्य, महावीर सिंह, गजेंद्र सिंह, दिलीप नागेंद्र, अनुभव शंखधार, रमन पाल सिंह, पंकज राजपूत सहित संकुल के आचार्य उपस्थित रहे।