बदायूं समाचार
हड़ताल दसवें दिन भी जारी, ईपीएफ के तीन करोड के गवन का है मामला
उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निविदा संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले विद्युत संविदा कर्मचारियों के पूर्व नोटिस के तहत दसवें दिन भी हड़ताल जारी रही आपको बताते चलें कि संविदा कर्मचारियों का लगभग तीन करोड़ ईपीएफ का गबन कार्यदाई संस्था के द्वारा किया गया है और संविदा कर्मचारियों का कहना है कि और भी कई प्रकार से गबन किया गया है जिससे संविदा कर्मचारियों में रोष व्याप्त है और 8 फरवरी से लगातार संविदा कर्मचारी हड़ताल पर हैं आज तक कार्यदाई संस्था के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज नहीं हो पाई है
जिससे आक्रोशित विद्युत संविदा कर्मचारी अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर एकत्रित हुए और कार्य बहिष्कार करते हुए धरना प्रदर्श कर विभागीय अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की इसी बीच धरना स्थल पर भारतीय किसान यूनियन के मंडल अध्यक्ष चौधरी सौदान सिंह, मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना, जिलाध्यक्ष रामा शंकर शंखधार, तहसील अध्यक्ष उदयवीर, उमाशंकर पहुंचे और प्रदेश उपाध्यक्ष हर्षवर्धन,प्रदेश संगठन मंत्री हरीश चंद्र यादव तथा जिला अध्यक्ष धीरेंद्र कुमार सिंह ने ज्ञापन सौंपकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया और उनसे सहयोग करने की अपील की मंडल अध्यक्ष सौदान सिंह ने संविदा कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी किसान भाइयों के साथ 21 फरवरी को यहीं बैठ कर महापंचायत करेंगे और आप सभी को न्याय मिलने तक आपके कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे य तो यह विभागीय अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी 20 फरवरी से पहले समस्याओं का समाधान करेंगे नहीं तो न्याय मिलने तक आंदोलन जारी रहेगा वहीं भाकियू जिलाध्यक्ष रामशंकर शंखधार ने कहा कि दस दिन से किसान परेशान हैं किसानों की गेहूं की फसल सूख रही है बिजली घरों पर काम करने वाला कोई कर्मचारी नहीं है केवल एक सरकारी कर्मचारी ही बिजली घर पर है बिजली की लाइनें खराब पड़ी हुई हैं सही करने वाला कोई नहीं है मंडल प्रवक्ता राजेश सक्सेना तथा तहसील अध्यक्ष उदयवीर ने भी संविदा कर्मचारियों को संबोधित किया। इस दौरान धरना प्रदर्शन में मध्यांचल संगठन मंत्री राकेश कुमार,जिला उपाध्यक्ष विपिन कुमार,अमनपटेल,बीरपाल सिहं, सुरेश पाल,मुसब्बर अली सिद्दीकी,पवन राठौर, मुकेश कुमार,श्री कृष्ण, विवेक शर्मा, रामप्रकाश भारती, टीटू पटेल, अवध पटेल, सत्यपाल आदि सहित सैकड़ों की संख्या में संविदा कर्मचारी मौजूद रहे।