मेरठ : नवरात्र में मां दुर्गा के सामने अखंड ज्योत जलाने का विशेष महत्व है। सनातन धर्म में कोई भी पूजा हो या फिर शुभ मांगलिक कार्य कोई भी ज्योत के बिना नहीं किया जाता है। माना जाता है कि पूजा में अखंड ज्योत जलाने से बहुत पुण्य मिलता है। दीपक प्रकाश का प्रतीक है, और नवरात्र में नौ दिनों तक दीपक जलाना अखंड ज्योत कहलाता है।
नवरात्र में अखंड ज्योत का महत्व
सूरजकुंड स्थित बाबा मनोहर नाथ मंदिर की महामंडलेश्वर नीलिमानंद महाराज का कहना है कि नवरात्र में अखंड ज्योत जलाने से मां दुर्गा प्रसन्न होती है, और अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं। इसके साथ ही अखंड ज्योत से सकारात्मक ऊर्जा भी मिलती है। जो मानसिक शांति देती है। घर परिवार में सुख समृद्धि और खुशहाली आती है। इसलिए नवरात्र के पहले दिन संकल्प करते हुए अखंड ज्योत का दीपक जलाना चाहिए।
देसी घी और सरसों के तेल का जला सकते हैं दीपक
ज्योतिषाचार्य विभोर इंदुसूत का कहना है कि नवरात्र में मां दुर्गा के समक्ष देसी घी या फिर सरसों के तेल का अखंड दीपक जलाना चाहिए। इससे नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। इसके साथ ही यदि नवरात्र में विद्यार्थी अखंड दीपक जलाते हैं, तो उनकी शिक्षा बेहतर होती है। सरसों का दीपक जलाने से देवी खुश होती हैं, और सभी काम बनने लगते हैं। अखंड दीपक जलाना स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा रहता है। अखंड ज्योत के लिए कलावे का प्रयोग किया जा सकता है। इसके सबसे बड़ा कारण है कि किसी भी शुभ कार्य में कलावे का प्रयोग किया जाता है। इसके अलावा दीपक में रूई की बत्ती का प्रयोग भी किया जा सकता है।