प्रयागराज, एजेंसी प्रयागराज माघ मेला क्षेत्र स्थित विश्व हिंदू परिषद के शिविर में गंगा समग्र के कार्यकर्ता संगम आयोजित हो रहा है। इसमें शनिवार की सुबह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत भी शामिल हुए। उन्‍होंने दावा किया कि गंगा निर्मल और अविरल होकर रहेंगी। उनका कहना था कि इसके लिए लोगों में सिर्फ भक्तिभाव जगाना होगा।

भागवत बोले- भक्तिभाव जगाने के लिए गंगा आरती हो

आरएसएस प्रमुख ने लोगों को संबोधित करते हुए गंगा आरती की आवश्‍यकता बताई। उन्‍होंने कहा कि गंगा की निर्मलता के लिए जागरूकता की आवश्‍यकता है। इसके लिए लोगों में भक्तिभाव जागृत करने के लिए गंगा आरती होनी चाहिए। कहा कि लोगों में गंगा के प्रति भक्ति भाव आरती के माध्यम से आएगा। इसलिए गंगा किनारे के गांव में आरती अनिवार्य रूप से कराई जाए। जब भक्तिभाव जाग्रत होगा तो मन में यह भाव भी आएगा कि काम होगा और होकर रहेगा।

राम मंदिर को लेकर भागवत ने यह कहा

ठीक उसी तरह जिस तरह राम मंदिर बनने को लेकर यह नहीं स्पष्ट था कि कब बनेगा, लेकिन मन में निश्चय था कि यह काम होकर रहेगा। इससे पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने प्रात:कालीन सत्र में विभिन्न राज्यों से आए पदाधिकारियों से उनके कार्यों का विवरण सुना। पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती भी इस आयोजन में शामिल हुई।

गंगा समग्र का कर्यकर्ता संगम में वक्‍ताओं ने रखे विचार

आरएसएस के आनुषांगिक संगठन गंगा समग्र का कार्यकर्ता संगम के दूसरे दिन का पहला सत्र शुरू ही चुका है। संघ प्रमुख मोहन भागवत संगठन के पदाधिकारियों से परिचय कर रहे हैं। कुछ ही देर में संबोधन शुरू किया। इस आयोजन में देश भर के 84 जिलों के कार्यकर्ता शामिल हुए। गंगा समग्र के कार्यकर्ता संगम में विविध प्रांतों से आए पदाधिकारियों का परिचय कार्यक्रम भी हुआ। विविध प्रांतों से आए पदाधिकारियों ने गंगा समग्र के कार्य की जानकारी दी। सभी प्रांतों के पदाधिकारी अपने क्षेत्र में पड़ने वाले गांव, वहां की आबादी गंगा किनारे कुल कितने गांव हैं वहां हो रहे कार्य की जानकारी दी।

 

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