बदायूँ : सामाधान न होने के विरोध में काली पट्टी बांधकर किया कामकाज
दीवानी न्यायालय कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के बैनर तले बदायूँ न्यायालय के कर्मचारीगण एकजुट हुए और लंंबे समय से अपनी लंबित मांगो को लेकर रोश प्रकट करते हुए आज सभी कर्मचारीयों ने अपने हाँथो पर काली पट्टी बांधकर अपना कामकाज संपादित किया।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के न्यायालय कर्मचारियों की मांगे लंबे समय से लंबित है। अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के प्रार्थनापत्र की सालो से लंबित है कर्मचारीगण अपने गृह जनपद में स्थानां८तरण नही पा रहे है तथा मृतक-आश्रित कर्मचारीगण का सेवायोजन उनकी योज्ञता के आधार पर न होकर चतुर्थ श्रेणी में ही किया जा रहा है। निवमावली में संशोधन के प्रार्थनापत्र सालो से लंबित है जिसके अभाव में विरिष्ठता एवं योज्ञता होते हुए भी कर्मचारी की प्रोन्नति नही हो पा रही है। तदर्थ कर्मचारीगण सालो से सरकारी सेवा में होने के बाद भी सरकारी सेवा के लाभ से वंचित है तथा पेड अप्रेंटिस के कर्मचारी को नियमित होते हुए भी अर्थिक हानि का सामना करना पड़ रहा है। इस सभी मांगो को लेकर न्यायालय के कर्मचारी महीनो से एकजुट है। माह नवंबर में दीवानी न्यायालय कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष डा. नृपेन्द्र सिंह और अन्य कर्मचारी नेताओ की माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के माहानिबंधक के साथ हुई एक बैठक में यह आश्वाशन दिया गया था कि इन सभी समस्याओं का निदान चरणबद्ध तरीके से हो जाएगा परंतु चार माह व्यतीत होने के बावजूद कर्मचारियों की एक भी समस्या के प्रति उच्च न्यायालय प्रशासन ने गंभीरता नही दिखाई और कर्मचारीगण की मांगे व प्रार्थनापत्र जस के तस लंबित रहे। दीवानी न्यायालय कर्मचारी संघ की शाखा बदायूँ के सभी कर्मचारियों ने शांतिप्रीय तरीके से एक दूसरे को काली पट्टी बांधी और काली पट्टी बांधकर कार्य किया। इसमें प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष सुधांशु कुमार , महासचिव रवि शंकर सिंह , देव प्रताप, विश्वनाथ चौधरी, विशाल सक्सेना , मोoशारिक , मयंक रस्तोगी आदि समस्त कर्मचारी उपस्थित रहे।