*जनरल (डॉ.) वी. के. सिंह, माननीय सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री और नागरिक उड्डयन मंत्रालय*

बुनियादी ढांचा हमारे देश की रीढ़ है और निर्माण क्षेत्र के साथ-साथ भारत के समग्र विकास में तेजी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसलिए यह आर्थिक विकास के एक प्रमुख नोदक के रूप में कार्य करता है। भारतीय बुनियादी ढांचा क्षेत्र ने व्यवधानों और कोविड के समय की सीमाओं के बावजूद हमेशा उल्लेखनीय लचीलापन दिखाया है, जब निर्माण कार्य पूरी तरह रुक गए थे। हालांकि, हम सभी ने देखा कि इन व्यवधानों के बाद, बुनियादी ढांचा और निर्माण फिर से शुरू होने वाली पहली आर्थिक गतिविधियों के रूप में उभरे। भारतीय निर्माण क्षेत्र में आगे की संभावनाओं को नवीनीकृत करने और तलाशने के उद्देश्य से, मैं समग्र बुनियादी ढांचे के परिदृश्य पर विचार करूंगा क्योंकि यह भारत के समग्र विकास को बढ़ावा देने और नीतियों को शुरू करने के लिए सरकार का अत्‍यधिक ध्‍यान केन्द्रित करने के लिए काफी हद तक जिम्मेदार है जो देश में विश्व स्तर के बुनियादी ढांचे के समयबद्ध निर्माण को सुनिश्चित करेगा व भारत को और अधिक प्रतिस्पर्धी बना देगा।

हमारी सरकार ने देश में बुनियादी ढांचे के निवेश को बढ़ावा देने के लिए हाल के दिनों में कई महत्वपूर्ण पहल की हैं। बजट में हाल में की गई घोषणाएं देश के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में अपनी निरंतर निवेश के साथ हमारी सरकार की नई प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। 2024-25 तक बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर 111 लाख करोड़ का निवेश करने वाली नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन (एनआईपी) का शुभारंभ; निजी क्षेत्र की भागीदारी को आकर्षित करने के लिए 6 लाख करोड़ की परिसंपत्ति मुद्रीकरण कार्यक्रम का शुभारंभ और ब्राउनफील्ड बुनियादी ढांचे की संपत्ति में निवेश इस दिशा में ऐतिहासिक कदम हैं।

राजमार्ग क्षेत्र में पीपीपी के लिए एक अच्छी तरह से विकसित ढांचे के साथ, भारत पहले से ही वित्तीय वर्ष में राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क को 25,000 किलोमीटर तक बढ़ाने के अपने महत्वाकांक्षी लक्ष्य पर तेजी से आगे बढ़ रहा है। भारतमाला परियोजना का लक्ष्य लगभग 65,000 किलोमीटर राष्ट्रीय और आर्थिक गलियारे, सीमा व तटीय सड़कों और एक्‍सप्रेस वे का निर्माण करना है ताकि पहले से निर्मित राजमार्ग के ढांचे को बेहतर किया जा सके। यह कार्यक्रम 550 जिलों को 4-लेन कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और 50 आर्थिक गलियारों को विकसित करेगा और निर्माण उपकरण उद्यमियों के लिए भी अवसरों को आकर्षित करेगा। पहले से ही, स्वचालित मार्ग के तहत सड़कों और राजमार्गों में 100 प्रतिशत एफडीआई की अनुमति है। इससे अर्थव्यवस्था आगे बढ़ेगी।

इसी तरह, विमानन क्षेत्र में 2026 तक नेविगेशन सेवाओं के साथ 1.83 अरब अमेरिकी डॉलर के निवेश के साथ हवाई अड्डे के बुनियादी ढांचे का विस्तार होगा। यह निर्माण उद्योग के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करेगा। साथ ही साथ, एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में निर्माण उद्योग 2025 तक 1.4 टन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है और विश्व स्तर पर तीसरे सबसे बड़े देश के रूप में उभरने की उम्मीद है। निर्माण व्यवसाय भारत में किस प्रकार तेजी से चल रहा है और प्रबंधित हो रहा है, तेजी से विकसित हो रही तकनीक उसे दोबारा परिभाषित कर रही है। भारत में निर्माण उद्योग बाजार 250 उप-क्षेत्रों में काम करता है विभिन्न क्षेत्रों में जुड़ाव के साथ निर्माण उपकरण उद्यमियों के लिए अवसर प्रदान करता है।

निर्माण क्षेत्र में प्रौद्योगिकी और स्थिरता एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। डिजाइन, निर्माण और संचालन में प्रक्रियाओं को स्वचालित करने के लिए डिजिटलीकरण पर ध्यान केंद्रित करने से बड़ी परियोजनाओं को किफायती और समय पर पूरा करना सुनिश्चित होगा। बुनियादी ढांचे के विकास के लिए स्वच्छ ऊर्जा और हरित पहल ने इस क्षेत्र के विकास को आगे धकेला है। इसके अलावा, नवीनतम प्रौद्योगिकी और उसकी चाल के एकीकरण से देश में भविष्य के बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान करने में भी मदद मिलेगी।

आबादी वाले क्षेत्रों में प्रवेश के स्तर को ध्यान में रखते सड़क परिवहन को माल ढुलाई और यात्रियों दोनों के लिए परिवहन के सबसे अधिक किफायती और पसंदीदा साधन में से एक माना जाता है। इस प्रकार, यह देश के आर्थिक विकास और सामाजिक एकीकरण के लिए महत्वपूर्ण है। सड़क परिवहन भारत के परिवहन क्षेत्र में प्रमुख खंड के रूप में उभरा है। देश में सड़क परिवहन क्षेत्र में लगभग 87 प्रतिशत यात्री यातायात और 60 प्रतिशत माल यातायात है। आसान उपलब्धता, व्यक्तिगत जरूरतों के अनुकूल और खर्च में बचत कुछ ऐसे कारक हैं जो सड़क परिवहन के पक्ष में जाते हैं। सड़क परिवहन रेलवे, शिपिंग और हवाई यातायात के लिए एक फीडर सेवा के रूप में भी कार्य करता है। इस क्षेत्र का विकास बेहतर सड़क बुनियादी ढांचे के साथ अर्थव्यवस्था को सकारात्मक उछाल देगा।

भारतीय निर्माण क्षेत्र विदेशी डेवलपर्स के लिए काफी आकर्षक प्रस्ताव की पेशकश करता है। भारत के बुनियादी ढांचे के परिदृश्य का रोडमैप सभी प्रकार के निर्माण उपकरण प्रदाताओं के लिए अवसरों की अधिकता के साथ आशाजनक प्रतीत होता है। भारत के विकास की कहानी का बुनियादी ढांचे के विकास से मजबूत संबंध है। वहां यह सकारात्मकता सभी विकास क्षेत्रों को प्रभावित करेगी। निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए इसे सुनिश्चित करने की आवश्यकता है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय विकास व आर्थिक विकास के नए अध्याय लिखने के लिए प्रतिबद्ध है। यह सकारात्‍मकता विकास के सभी क्षेत्रों को प्रभावित करेगी।

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