लखनऊ: राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (क्षेत्र संकार्य प्रभाग) क्षेत्रीय कार्यालय लखनऊ, सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा वार्षिक उद्योग सर्वेक्षण के अंतर्गत एक दिवसीय गोलमेज सम्मेलन का आयोजन दिनांक 19 जनवरी 2023 को जनगणना भवन, जनगणना कार्यालय, अलीगंज, लखनऊ के सभागार में किया गया |
सम्मेलन का शुभारम्भ मुख्य अतिथि श्री अनिल कुमार सागर, प्रमुख सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्रीमती शीतल वर्मा, निदेशक, जनगणना निदेशालय उत्तर प्रदेश, लखनऊ के साथ श्रम आयुक्त कार्यालय के श्री राकेश कुमार सिंह, निदेशक (कारखाना), श्री अभिषेक, उप-निदेशक(कारखाना) तथा श्री शोएब अहमद, उप-निदेशक, अर्थ एवं संख्या निदेशालय ने भी सम्मेलन में भाग लिया। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय से श्री रजनीश माथुर, उपमहानिदेशक, राज्य-राजधानी क्षेत्रीय कार्यालय, लखनऊ, श्रीसुष्मित, निदेशक, क्षेत्रीय कार्यालय बरेली ,श्री प्रसून वर्मा, संयुक्त निदेशक, क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज और राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय से अन्य वरिष्ठ अधिकारी सम्मिलित हुए |
सम्मेलन में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया जिसमें प्रमुखता से श्री वीरेंद्र नाथ गुप्ता ने ASSOCHAM (UP), श्री के. के. अग्रवाल ने IIA, श्री जतिन वर्मा ने पीएचडी चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स का प्रतिनिधित्व किया। टाटा मोटर्स से श्री रुपेश झा, बनासकांठा जिला दुग्ध सहकारी समिति से श्री जे. के. उपाध्याय एवं अन्य औद्योगिक संगठनों और बड़े उत्पादन इकाईयों के प्रतिनिधियों ने सम्मलेन में भाग लिया ।
सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में प्रमुख सचिव, श्री अनिल कुमार सागर द्वारा देश के विकास में आंकड़ों के महत्व पर प्रकाश डाला। श्री सागर ने बताया कि विशेषकर सरकारी विभाग द्वारा संग्रहित आंकड़े पूर्णतः विश्वसनीय होते हैं अतः उनके आधार पर ही सरकार द्वारा नीतियों का निर्धारण होता है। उन्होंने सभी उद्योगों को समय से और पूरे विश्वास के साथ राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय को आवश्यक सूचनाएं उपलब्ध कराने का अनुरोध किया जिससे कि उनके द्वारा प्रदान किए गए आँकड़े उद्योग और देश के विकास में योगदान दे सकें। उप-महानिदेशक, राज्य राजधानी क्षेत्रीय कार्यालय, लखनऊ द्वारा सम्मलेन में औद्योगिक इकाइयों एवं औद्योगिक संगठनों को वार्षिक उद्योग सर्वेक्षण के महत्त्व एवं इसके प्रति उद्योग एवं उद्यमियों के दायित्वों से अवगत कराया गया। साथ ही Collection of Statistics Act, 2008 के प्रति जागरूक किया, ASI विवरणी के संकलन में कारखानों को आ रही परेशानियों पर चर्चा एवं ASI विवरणी के विभिन्न खण्डों के संकलन पर भी चर्चा की गयी।