लखनऊ, एजेंसी : महीनों बाद यूपी की योगी आदित्यनाथ कैबिनेट की बैठक सोमवार को लोक भवन में हुई। अध्यक्षता सीएम योगी आदित्यनाथ ने की। बैठक में सभी कैबिनेट मंत्रियों के साथ ही राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और राज्य मंत्री भी शामिल हुए। बैठक में आठ प्रस्तावों पर मुहर लगी है। इसमें सबसे प्रमुख अयोध्या को लेकर है। अयोध्या के लिए योगी सरकार ने एक बार फिर खजाना खोला है। विधानसभा चुनाव से पहले मंत्रियों को लोगों से संपर्क बनाने का टास्क भी दिया गया है। सभी मंत्री अपने अपने प्रभार वाले जिलों के ब्लाकों में प्रवास करेंगे। अगले दो महीनों में यह प्रवास होगा। इस दौरान विकास कार्यों का निरीक्षण अहम होगा।
लखनऊ के लोक भवन में योगी आदित्यनाथ कैबिनेट की बैठक दिन में 12:30 बजे शुरू हुई। सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ ही सभी मंत्री लम्बे समय के अंतराल के बाद लोक भवन पहुंचे। कोविड महामामरी की दूसरी लहर के बाद प्रदेश कैबिनेट की यह पहली बैठक थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान मंत्रिमंडल के साथ ही सरकार के काम काज और भविष्य की रणनीतियों पर मंथन किया। कोरोना वायरस संक्रमण काल में योगी आदित्याथ मंत्रिमंडल की सभी बैठक या तो वर्चुअल माध्यम से हुई या फिर कैबनेट बाई सर्कुलेशन अहम प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गयी। मुख्यमंत्री ने कैबिनेट बैठक में नीतिगत निर्णयों के बाद केंद्रीय नेतृत्व में सुझाव व निर्देशों को सरकार के स्तर पर अमल के लिए जरूरी दिशा निर्देश दिया। कैबिनेट बैठक के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने मंत्रियों दे जिला पंचायत अध्यक्ष और क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष के होने वाले चुनावों को लेकर वार्ता भी की। सरकार जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनावों की घोषणा जल्द करने वाली है।
सीएम योगी ने मंत्रियों को ‘सम्पर्क और संवाद’ के ध्येय पर काम करने का मंत्र दिया। ब्लॉक स्तर पर प्रभारी मंत्री प्रवास करेंगे। बैठक में इसके लिए ज़िम्मेदारी तय हुई। विकास की कार्ययोजनाओं का भी निरीक्षण करेंगे। 21 जून को योग दिवस के दिन विशेष कार्यक्रम होंगे। 23 जून से 6 जुलाई तक कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। 27 जून को सभी मंत्री मन की बात सुनेंगे।
इन पर हुई चर्चा और प्रस्ताव पर लगी मुहर
1.अयोध्या में राम मंदिर बन रहा है। यातायात की सुविधा पर सरकार ध्यान दे रही है। संस्कृति विभाग की 9 एकड़ जमीन परिवहन विभाग को दी जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बस स्टेशन बनेगा। 400 करोड़ का प्रोजेक्ट है। पीपीपी मॉडल की भी संभावना तलाशी जा रही है।
2.अयोध्या सुल्तानपुर मार्ग पर बहुत ट्रैफिक है। यह नए एयरपोर्ट को जोड़ता है। इस पर 4 लेन का फ़्लाईओवर बनेगा। इसके लिये 20.17 करोड़ की लागत से 1.5 किमी लम्बा फ़्लाईओवर बनेगा। शिक्षा विभाग की जमीन इसके लिये दी जाएगी।
3.अनूपशहर में नगरपालिका की जमीन निःशुल्क बस स्टेशन बनाने के लिये दी जाएगी।
4.प्रयागराज में जीटी रोड से एयरपोर्ट के बीच 4 लेन का रेलवे ट्रैक पर फ़्लाईओवर बनेगा। 284 करोड़ लागत आएगी। टू लेन का एक और फ़्लाईओवर कानपुर रोड को जोड़ेगा। 98 करोड़ रेलवे देगा। जाम की समस्या से निजात मिलेगी। बुंदेलखंड की कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
5.विकास प्राधिकरण रिपेयर या मेंटिनेंस के लिये अभी शासन से अनुमति लेनी पड़ती थी। खासकर पर्यटन के विकास में बाधा आ रही थी। इसमें लखनऊ, प्रयागराज, आगरा, बनारस आदि जिलों में प्राधिकरण पर्यटन का काम करा सकेंगे।
6.लखनऊ में हैदर केनाल पर 120 एमलडी का एसटीपी बनेगा। 297.38 करोड़ का खर्च आएगा। 88.53 करोड़ केंद्र, 125 करोड़ राज्य सरकार बाकी नगर निगम देगा। गोमती की सफाई हो सकेगी। 1090 चौराहे के समीप बन रहा है। लागत को मंजूरी दी गई है।