जिला सम्वाददाता
बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद के फरीदपुर में गोवंश आश्रय स्थल के लिए शासन से मार्च में धनराशि मुहैया करा दी गई थी, लेकिन आठ महीने बाद भी आश्रय स्थल अभी तक बनकर तैयार नहीं हुआ है। इस पर बरेली के जिलाधिकारी ने नाराजगी जताते हुए काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी रविवार को फरीदपुर स्थित वृहद गोवंश आश्रय स्थल पहुंचे। यहां निरीक्षण के दौरान डीएम मानवेंद्र सिंह ने इस साल मार्च में रकम मिलने के बावजूद काम पूरा न होने पर नाराजगी जताई।
गोवंश आश्रय स्थल का करीब एक हेक्टेयर पर निर्माण किया जा रहा है। डीएम ने यहां अधूरा कामकाज देखकर कार्यदायी संस्था की जानकारी ली। पता चला कि उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम कार्यदायी संस्था है। इसे धनराशि की दूसरी किस्त मार्च 2021 में ही मिल चुकी है, बावजूद इसके संस्था ने काम पूरा नहीं किया। उन्होंने निर्देश दिए कि 25 नवम्बर तक शेष कार्य को शत प्रतिशत पूरा कराया जाए। जिससे गोवंश को प्रवासित किया जा सके। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि अवशेष भूमि की चाहरदीवारी कराकर गोवंश का चारा उगाने की व्यवस्था खंड विकास अधिकारी करें।
उन्होंने आश्रय स्थल के निचले हिस्से को मनरेगा योजना के अंतर्गत मिट्टी से भरवाने के भी निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने निर्देश दिए की छोटे गोवंश के लिए पानी की चरनी एवं चारे हेतु नांद की व्यवस्था मनरेगा योजना के अंतर्गत कराई जाए। उन्होंने गोवंश के लिए आश्रय स्थल की परिधि में 10 ग्राम पंचायतों में ग्राम समाज की भूमि चिह्नित कर हरा चारा उगाने पर बल दिया। साथ ही यह भी कहा कि चिह्नित ग्राम समाज की भूमि पर ही गेहूं की फसल से भूसा तैयार किया जाए, जिससे गोवंश को पौष्टिक आहार मिल सके।