बदायूँ : 28 मार्च। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग द्वारा मंगलवार को मोटे अनाज के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से बदायूं क्लब बदायूं में ईट राइट मेला लगाया सदर विधायक महेश चंद्र गुप्ता जिलाधिकारी मनोज कुमार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 ओमप्रकाश सिंह मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार एवं भाजपा जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता के साथ फीता काटकर मेले का उद्घाटन किया व माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मेले में मोटे अनाज से बने 32 प्रकार के व्यन्जनों की भी प्रदर्शनी लगाई गई, जिसका अवलोकन करते हुए अथितियों ने उसका टेस्ट लेकर प्रोडक्ट्स की प्रशंसा की। मेले में बताया गया कि मोटे अनाजों को अगर प्रयोग करने की सही विधि के साथ इस्तेमाल किया जाये तो ग्लूटेन फ्री भोजन शरीर में पहुंचेगा।
गेहूं और चावल जैसे खाद्य पदार्थ में फाइबर न होकर ग्लूटेन होता है जो शरीर में चिकनाई बढ़ाता है, जिससे हार्ट अटैक व कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की आशंका बनी रहती है। स्वस्थ आहार जीवन का आधार शुद्ध खाइए सुरक्षित खाइए, इस थीम पर खाद्य संरक्षा एवं भारतीय खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा इस ईट राइट मेले का आयोजन किया गया है, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगों को मिलेट अनाज के बारे में जागरूक करना है। हमें अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए और पुराने तौर-तरीकों से मोटे अनाजों का सेवन करना होगा।
मुख्य अथिति सदर विधायक महेश चन्द्र गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच है कि स्वस्थ भारत के लिए मोटे अनाज की ओर लौटना पड़ेगा। इसी सोच को आगे बढ़ाने के लिए 2023 को मिलेट इयर के तौर पर मनाया जा रहा है। भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक अधिकरण की पहल पर पूरे देश में खाद्य एवं औषधि विभाग ईट राइट मेले का आयोजन कर जागरुक कर रहा है, जिसमें विभिन्न प्रकार की डिशेज़ बनाई गईं हैं, खासकर बच्चों की डिशेज यहां पर बनाई गई हैं। स्वस्थ आहार जीवन का आधार की थीम पर आयोजित इस मेले में मोटे अनाज के तौर पर इस्तेमाल किये जाने वाले रागी, कोदो, सावां, मक्का, ज्वार बाजरा जैसे अनाज आठ मोटे अनाज स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है।
डीएम ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 2023 को मोटा अनाज वर्ष के रूप में मना रहा है, जिसकी मंशा है कि मानव जीवन में विभिन्न प्रकार की बीमारियां घर करती जा रही हैं, यह भारत के लिए विशेष चिंतनीय है। जिस प्रकार भारत में डायबिटीज की बीमारी बढ़ी है, उसको देखते हुए कहा जाता कि भारत डायबिटीज की राजधानी बन गया है और सर्वाधिक मरीजों की आशंका भारत में है। यह बहुत ही चिंतनीय विषय है। प्रधानमंत्री जी ने मोटे अन्न को प्रमोट करने लिए इस कार्यक्रम को चलाया है। शरीर को सही मात्रा में पोषक तत्व न मिल पाने के कारण आज विभिन्न प्रकार की बीमारियां सामने आ रही है। किसान मोटे अनाज को जैविक खेती से जुडेंगे, तो आज में भी वृद्धि होगी। मोटे अनाज को उगाने में पानी भी कम प्रयोग होता है।
एसएसपी ने कहा कि अक्सर यह देखने में आ रहा है अचानक बैठे-बैठे, खेलते हुए आदि व्यक्ति की मृत्यु हो रही है, चिकित्सकों के अनुसार इसके पीछे कारण है कि हमारी खान-पान की शैली खराब हो गई है। पोषक तत्वों के खराब संतुलन के कारण ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। इसलिए खान-पान का विशेष ध्यान दीजिए, मोटे अनाज को खाने में प्रयोग करेंगे तो निश्चित रूप से लाभ मिलेगा। इसके साथ प्रतिदिन व्यक्ति को कम से कम एक घंटे का व्यायाम भी करना चाहिए।
जिलाध्यक्ष राजीव कुमार गुप्ता ने कहा कि मोटे अनाज से पोषक तत्वों की कमी को पूरा होगा, किसान भी मोटे अनाज की ओर लौटेंगे। सरकार की मंशा है कि किस प्रकार किसान की आमदनी दोगुनी हो। उन्होंने डीएम को कार्यक्रम की बधाई दी एवं कहा कि मोटे अनाज की खूबियों के बारे में लोगों को जानकारी हो, इसके लिए बेहतर रूप से प्रचार-प्रसार होता रहे। इनके अलावा अन्य अथितियों ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य अथिति ने सामुदायिक गतिविधियों यथा-गोदभराई एवं अन्नप्राशन का भी आयोजन किया गया, जिसमें 15 गर्भवती एवं 15 माह पूर्ण करने वाले बच्चों का गोदभराई एवं अन्नप्राशन किया गया। सक्षम आंगनबाडी केन्द्र के अन्तर्गत विभाग द्वारा प्री-स्कूल किट एवं ग्रोथ मॉनीटरिंग डिवाइस का प्रदर्शन करते हुए इसके उपयोग के बारे में जन-सामान्य को जानकारी दी। स्वस्थ बालक-बालिका का आयोजन करते हुए 03 बालक एवं 03 बालिकाओं का चयन किया गया, जिसे जिलाधिकारी द्वारा प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया। अथितियों को उपहार स्वरूप मोटा अनाज दिया गया। मेले में स्कूली बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। आयोजकों ने कहा है कि आज के बच्चे केक, मोमोज़, डोसा, ढोकला और इडली जैसी चीज़ें पसंद करते है, इसी को ध्यान में रखकर यहां आधुनिक डिशेज को मोटे अनाज से तैयार कर उन्हें बनाने की विधि भी समझाई जा रही है। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन विजय कुमार सिंह, पूर्व विधायक प्रेम स्वरूप पाठक, उपजिलाधिकारी सदर सुखलाल प्रसाद वर्मा, सहायक आयुक्त द्वितीय खाद्य सुरक्षा एवं औषधि चन्द्रशेखर, जिला कृषि अधिकारी दुर्गेश कुमार सिंह, शारदेन्दु पाठक व अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
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